Vinod Kambli-Sachin Tendulkar: कुछ हफ्ते पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली का एक वीडियो खूब वायरल हुआ, जब वह रमाकांत आचरेकर मेमोरियल इवेंट अपने बचपन के दोस्त का हाथ थामे नजर आए. सचिन भी कुछ इस अंदाज में कांबली से मिले, जैसे लंबे समय से बिछड़े दो यार. स्वास्थ्य समस्यायों से जूझ रहे कांबली ने अब पहली बार सचिन तेंदुलकर और अपनी हेल्थ पर खुलकर बात की है. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अपने करियर, सचिन के साथ दोस्ती और अपनी हेल्थ के बारे में काफी कुछ बताया. तेंदुलकर को लेकर उन्होंने कई ऐसी चीजें बताईं, जो किसी का भी दिल छू लेने के लिए काफी हैं.
अपनी हेल्थ पर दिया अपडेट
52 साल के कांबली ने बताया कि वे गंभीर यूरिन इंफेक्शन से जूझ रहे हैं, जिसके कारण एक महीने पहले उनकी हालत बिगड़ गई थी. उनकी पत्नी एंड्रिया, बेटा जीसस क्रिस्टियानो और बेटी जोहाना ने उनकी रिकवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कांबली ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं अब बेहतर हूं. मेरी पत्नी मेरा बहुत ख्याल रखती है. वह मुझे तीन अलग-अलग अस्पतालों में ले गई और मुझसे कहा, ‘तुम्हें फिट रहना होगा.’ जब मैं बेहोश हुआ तो मेरे बेटे ने मुझे उठाया और मेरी बेटी और पत्नी पूरे समय मेरे साथ खड़ी रहीं. डॉक्टर ने मुझे भर्ती होने के लिए कहा.’
अपने संघर्षों के बावजूद कांबली पूरी तरह से ठीक होने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं रिहैब के लिए जाने के लिए तैयार हूं. मैं वहां जाना चाहता हूं, क्योंकि मुझे किसी चीज का डर नहीं है. मेरा परिवार मेरे साथ है.’ बता दें कि कांबली के कुछ वीडियो पिछले कुछ समय में सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें वह स्वस्थ नहीं दिखे. एक वीडियो में तो वह ठीक से खड़े होते हुए भी नहीं दिख रहे थे.
सचिन से दोस्ती पर क्या बोले?
कांबली ने बताया, ‘एक समय मेरे दिमाग में यह बात आई कि सचिन ने मेरी मदद नहीं की. मैं बेहद निराश था. लेकिन सचिन ने मेरे लिए सब कुछ किया. उन्होंने 2013 में मेरी दो सर्जरी का खर्च भी उठाया. हमने बात की और बचपन की दोस्ती सामने आई.’ सचिन तेंदुलकर को लेकर कांबली की यह बातें दोनों की गहरी दोस्ती बयां करती हैं.
‘सचिन ने सिखाया…’
कांबली ने आगे कहा, ‘सचिन ने मुझे बताया कि कैसे खेलना है. मैंने 9 बार कमबैक किया. हम क्रिकेटर हैं; हमें हर्ट भी होते हैं. जब हम आउट होते हैं, तो भी हमें बुरा लगता है.’ अपने क्रिकेट के सफर में आए उतार-चढ़ाव को स्वीकार करते हुए कांबली ने यादें ताजा की. उन्होंने कहा, ‘वानखेड़े में दोहरा शतक, मैं हमेशा याद रखूंगा. आचरेकर सर मेरे साथ थे और हमारी टीम बहुत अच्छी थी. मैं मुथैया मुरलीधरन और हमारे दूसरे विरोधियों के साथ मजेदार लड़ाइयां लड़ा करता था. मेरा सफर परफेक्ट नहीं था, लेकिन मैंने अपना सब कुछ दिया. मैं अपने परिवार और सचिन जैसे दोस्तों के समर्थन के लिए आभारी हूं.’