बहराइच: अब उत्तर प्रदेश के बहराइच मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हड्डी रोग की सर्जरी कराने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी. हड्डी विभाग को लाखों की लागत से सी-आर्मं मशीन का तोहफा मिला है. इस मशीन के प्रयोग के इन्वेसिव तकनीक के जरिए हड्डी की बेहतर तरीके से सर्जरी करने में चिकित्सकों को मदद मिलेगी और मरीज जल्द स्वस्थ भी हो सकेंगे.सी-आर्म मशीन कैसे करती है कामयह मशीन आधुनिक चिकित्सा तकनीकों में एक बड़ा कदम है. इसके माध्यम से रीढ़ की हड्डी की सर्जरी और अन्य जटिल प्रक्रियाओं को आसानी से अंजाम दिया जा सकेगा. इसके साथ ही, न्यूनतम इन्वेसिव सर्जिकल तकनीक के जरिए मरीजों को तेजी से स्वस्थ होने में मदद मिलेगी.सी-आर्म मशीन की खासियतयह हाई-फ्रीक्वेंसी मोबाइल सर्जिकल सी-आर्म मशीन है. मशीन में डीवीडी रिकॉर्डर सर्जिकल प्रक्रियाओं की रिकॉर्डिंग के लिए, थर्मल प्रिंटर और डीआईसीओएम सिस्टम की सुविधा है. बेहतर आवर्धन (मैग्नीफिकेशन) की वजह से रीढ़ की हड्डी की सर्जरी और उन्नत प्रक्रियाएं अब अधिक सटीकता से की जा सकेंगी. इस मशीन की मदद से मिनिमल इन्वेसिव सर्जिकल प्रक्रियाएं आसानी से की जाएंगी जिससे मरीजों को कम दर्द और तेजी से ठीक होने में लाभ मिलेगा.मरीजों को होगा बड़ा फायदायह मशीन न केवल बहराइच जिले के बल्कि आसपास के देवीपाटन मंडल के मरीजों के लिए भी वरदान साबित होगी. इस मशीन के बारे में डॉक्टर जयदीप पटेल असिस्टेंट प्रोफेसर आर्थोपेडिक विभाग ने बताया सी-आर्म मशीन के आने से मेडिकल कॉलेज बहराइच में चिकित्सा सेवाओं का स्तर और ऊंचा हो गया है. अब यहां अत्याधुनिक सर्जरी प्रक्रियाओं को कुशलतापूर्वक किया जा सकेगा.बहराइच मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉ जयदीप पटेल ऑर्थोपेडिक असिस्टेंट प्रोफेसर ने बताया कि अब हड्डी संबंधित इलाज के लिए रोगियों को लखनऊ या अन्य जगह जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्योंकि लगभग-लगभग अब हर तरह का इलाज हड्डी से संबंधित बहराइच के मेडिकल कॉलेज में संभव है. अभी हाल फिलहाल में कुल्हे का प्रत्यारोपण भी किया गया है जो पूरी तरीके से सक्सेसफुल रहा.FIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 23:28 IST