Gavaskar Comment on Kohli: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट मैच में विराट कोहली ने शतक के साथ फॉर्म में वापसी की. फैंस को उनसे ऐसी ही बैटिंग की उम्मीद एडिलेड में जारी दूसरे मुकाबले में भी थी, जो उनका फेवरेट ग्राउंड भी है. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कोहली का बल्ला इस पिंक बोल टेस्ट में पूरी तरह से खामोश रहा. दोनों पारियों में कोहली के बल्ले से कुल 18 रन ही निकले. पहली पारी में 7 तो दूसरी पारी में सिर्फ 11 रन बनाकर कोहली चलते बने. कोहली की इस बैटिंग पर गावस्कर का बड़ा बयान आया है. दरअसल, गावस्कर ने उन्हें डिफेंड करते हुए बयान दिया है.
विराट कोहली को किया डिफेंड
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के आउट होने के बाद उनका बचाव किया. सुनील गावस्कर ने कहा कि कोहली उस गेंद पर कुछ अलग नहीं कर सकते थे, क्योंकि विश्व स्तरीय बल्लेबाज को आउट करने के लिए वह सबसे बढ़िया गेंद थी.
क्या बोले गावस्कर?
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, ‘वास्तव में बेहतरीन गेंदबाजी. यह वाकई एक बेहतरीन गेंद थी जो उन्होंने खेली. आप पहले भी देख चुके होंगे कि ऑफ साइड के आसपास वह गेंद को काफी अच्छी तरह से छोड़ रहे थे. वह गेंद को पुश नहीं कर रहे थे. बात यह है कि कभी-कभी वह गेंद को पुश करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने जो किया, उसमें कुछ भी गलत नहीं था. यह विश्व स्तरीय बल्लेबाज को आउट करने के लिए एक बेहतरीन गेंद थी.’
इस दिग्गज ने भी दिया बयान
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने भी बताया कि कैसे स्कॉट बोलैंड अपनी लाइन के साथ लगातार बने रहे और कोहली को गलती करने पर मजबूर किया. उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा लगता है जैसा कि सनी (सुनील गावस्कर) ने कहा कि वह ऐसी स्थिति में सेट हो रहे हैं, जहां उनके पास स्कॉट बॉन्ड जैसा कोई व्यक्ति है जो रूमाल पर गेंद को घुमा रहा है. वह 5वें 4वें स्टंप की लाइन को नहीं छोड़ रहे हैं और इसलिए मुझे वास्तव में, फिर से, पर्थ में जिस तरह से उन्होंने सेट किया है. वह बहुत पसंद आया. गेंद के बहुत करीब आकर. यह सोचना उल्लेखनीय है कि टेस्ट क्रिकेट के बारे में एक बात यह है कि आपको गेंद को बहुत अच्छी तरह छोड़ना होता है और कोहली ने ऐसा किया है कि खेल के सभी महान खिलाड़ी वास्तव में ऐसा करते हैं. ऐसा करने से आपको व्यक्तिगत रूप से कोई इनाम नहीं मिलता है, सिवाय अपने विकेट को बचाए रखने के.’