What is brain fog gen z People born between 1996-2010 are most troubled | क्या है दिमाग से पैदल कर देने वाली कंडीशन Brain Fog? 1996-2010 के बीच पैदा होने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान

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What is brain fog gen z People born between 1996-2010 are most troubled | क्या है दिमाग से पैदल कर देने वाली कंडीशन Brain Fog? 1996-2010 के बीच पैदा होने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान



ब्रेन फॉग कोई मेंटल डिजीज नहीं है, बल्कि कई तरह के मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम का एक अहम लक्षण है. इसमें व्यक्ति का दिमाग नॉर्मल से कम तेजी से रिएक्ट या रिस्पॉन्स करता है. कई बार दिन डे टू डे के टास्क भी करना मुश्किल हो जाते हैं. हालांकि यह कंडीशन किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है, लेकिन खासकर जनरेशन Z (Gen Z) यानी 18 से 25 वर्ष के युवाओं में इसका प्रभाव बढ़ता जा रहा है. 
ब्रेन फॉग के लक्षण? इससे प्रभावित व्यक्ति को सोचने, याद रखने, और फोकस करने में परेशानी होती है. यहां तक कई बार बोलने के लिए सही शब्दों का चुनाव करना भी मुश्किल होने लगता है. ब्रेन फॉग क्यों होता है? लक्षण, बचाव और इलाज के बारे में इस लेख में आप डिटेल से जान सकते हैं- 
 
Gen Z के लोग क्यों सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं?
–  युवा अपना अधिकांश समय स्मार्टफोन, लैपटॉप जैसे डिजिटल डिवाइस पर बीताता है. जिससे मानसिक थकान बढ़ जाता है, और ब्रेन फॉग का जोखिम बढ़ जाता है. 
–  नींद की कमी ब्रेन फॉग का कारण है, जो कि आज की जनरेशन के लाइफस्टाइल का एक अहम हिस्सा बन चुका है. सेहत के लिए 7-8 घंटे सोने की सिफारिश की जाती है लेकिन बहुत ही कम लोग हैं जो इसे फॉलो करते हैं.
– Gen Z के लोग अक्सर मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन का सामना करते हैं. करियर की चिंता और सोशल प्रेशर, रिलेशनशिप से संबंधित समस्याएं इसका मुख्य कारण है. 
– अनहेल्दी डाइट भी ब्रेन फॉग का कारण बन सकती है. Gen Z के लोग अक्सर फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं, जिससे पोषक तत्वों की कमी होती है. ऐसे में विटामिन B12, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों की कमी ब्रेन फॉग को बढ़ा सकती है.
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ब्रेन फॉग का इलाज
ब्रेन फॉग का कोई इलाज नहीं है, लेकिन जब आप अपनी लाइफस्टाइल को हेल्दी तरीके से जीना शुरू करते हैं तो इसका इफेक्ट समय के साथ खत्म होता जाता है. ऐसे में यदि ब्रेन फॉग के लक्षणों को महसूस कर रहे हैं, तो अपनी दिनचर्या के प्रति जागरूक बने और उसमें आवश्यकतानुसार सुधार करें. 
डॉक्टर से कब दिखाना जरूरी
कभी-कभी ब्रेन फॉग होना नॉर्मल है. खासकर जब कोई व्यक्ति थका हुआ या पारिवारिक तनाव का अनुभव कर रहा हो. लेकिन यदि यह समस्या लगातार बनी हुई है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है. 
इन कारणों से भी हो सकता है ब्रेन फॉग 
ब्रेन फॉग होने के कारणों में लाइफस्टाइल की अनहेल्दी आदतों के साथ भूख, डिहाइड्रेशन, या विटामिन की कमी, न्यूरोलॉजिकल कंडीशन, सिर पर चोट, क्रॉनिक डिजीज, ड्रग्स या शराब का ज्यादा सेवन, कीमोथेरेपी दवाएं थायराइड भी शामिल हैं. 
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
 



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