Happy Birthday Suresh Raina: सुरेश रैना भारतीय क्रिकेट इतिहास के ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका नाम कई उपलब्धियों के बाद भी काफी कम लिया जाता है. वह एक साधारण शुरुआत से उभरकर भारत के सबसे मशहूर क्रिकेटरों में से एक बन गए. मुरादनगर की गलियों से लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट के भव्य स्टेडियमों तक का उनका सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है.
सैन्य अधिकारी थे रैना के पिता
27 नवंबर, 1986 को उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में जन्मे रैना एक साधारण बैकग्राउंड से आते हैं. उनके पिता त्रिलोक चंद रैना एक सैन्य अधिकारी के रूप में काम करते थे, जबकि उनकी मां परवेश रैना घर का काम संभालती थीं. सीमित संसाधनों के बावजूद रैना परिवार ने युवा सुरेश को मजबूत बनाया और आगे बढ़ाया.
प्रारंभिक जीवन और संघर्ष
छोटी सी उम्र से ही रैना ने क्रिकेट के प्रति जुनून दिखाया. उन्होंने मुरादनगर के धूल भरे मैदानों पर अपने कौशल को निखारा, इस दौरान कई चुनौतियों का सामना किया. सीमित बुनियादी ढांचे और संसाधनों ने उनके दृढ़ संकल्प को नहीं रोका और वे अपने सपने को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास करते रहे.
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स्टार बनने की राह
रैना को सफलता तब मिली जब उन्होंने आयु-समूह क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. उनकी असाधारण प्रतिभा और दृढ़ता ने उन्हें 16 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश रणजी ट्रॉफी टीम में जगह दिलाई. जल्द ही वे एक बहुमुखी बल्लेबाज और एक बेहतरीन गेंदबाज के रूप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए रैंक में ऊपर उठ गए.
– World Cup winner- Champions Trophy winner- IPL winner- CLT20 winner- 34*(28) in Quarter Final- 36*(39) in Semi Final- POTM in IPL final- Hundred in CLT20 final
Happy Birthday wishes to one of the finest players in modern Era, Suresh Raina pic.twitter.com/XYMhd7rctV
— Johns. (@CricCrazyJohns) November 26, 2024
इंटरनेशनल और सफलता
वर्ष 2005 में रैना ने पहली बार भारतीय जर्सी पहनी. यह उनके शानदार इंटरनेशनल करियर की शुरुआत थी. मैदान पर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और चपलता ने उन्हें जल्द ही प्रशंसकों का पसंदीदा बना दिया. दबाव में प्रदर्शन करने की रैना की क्षमता ने उन्हें प्रशंसा दिलाई, जिसमें 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में महत्वपूर्ण योगदान शामिल है.
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चुनौतियां और वापसी
अपनी सफलता के बावजूद, रैना को चोटों और फॉर्म में उतार-चढ़ाव सहित असफलताओं का सामना करना पड़ा. हालांकि, उन्होंने हर बार जोरदार वापसी की और टीम के लिए कई अहम पारियां खेलीं. इंटरनेशनल क्रिकेट हो या आईपीएल, रैना हर जगह छाए रहे. वह भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. इसके अलावा आईपीएल में उनके धमाकेदार रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें ‘मिस्टर आईपीएल’ कहा जाता है.
सुरेश रैना का करियर
सुरेश भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी हैं.
सुरेश रैना टी20 क्रिकेट में 6000 और 8000 रन पूरे करने वाले भारत के पहले क्रिकेट बने.
सुरेश रैना टी20 इंटरनेशनल और चैंपियंस लीग टी20 मैचों में शतक लगाने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं.
रैना आईपीएल में 5000 रन पूरे करने वाले भी पहले खिलाड़ी थे.
सुरेश रैना ने चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ 4 बार आईपीएल खिताब जीते.
रैना 2 बार चैंपियंस लीग टी20 टूर्नामेंट जीतने वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के सदस्य रहे.
सुरेश रैना ने 18 टेस्ट मैचों में 26.48 की औसत से 768 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने एक शतक और 7 अर्धशतक लगाए.
वनडे फॉर्मेट में वह भारत के लिए 226 मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 35.31 की औसत और 93.51 की स्ट्राइक रेट 5615 रन बनाए. उनके नाम 5 शतक और 36 अर्धशतक हैं.
टी20 इंटरनेशनल मैचों में रैना ने भारत के लिए 78 मैचों में 29.16 की औसत और 134.79 की स्ट्राइक रेट से 1604 रन बनाए.
आईपीएल में रैना ने 205 मैच खेले. इस दौरान 32.52 की औसत और 136.73 की स्ट्राइक रेट से 5528 रन बनाए.
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