Pythian Games are considered to be older than Olympics founder of Modern Pythian Games Bijender Goel Interview | Pythian Games: ओलंपिक से पुराना है पाइथियन गेम्स, सैकड़ों साल पहले हुआ था गायब, अब भारत में पुनर्जन्म

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Pythian Games are considered to be older than Olympics founder of Modern Pythian Games Bijender Goel Interview | Pythian Games: ओलंपिक से पुराना है पाइथियन गेम्स, सैकड़ों साल पहले हुआ था गायब, अब भारत में पुनर्जन्म



Pythian Games: आपने ओलंपिक गेम्स, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम जरूर सुना होगा. इन सबके बीच एक पाइथियन गेम्स है जिसका नाम कम लोग जानते हैं. भारत में आजकल इस गेम्स की काफ चर्चा हो रही है. दिल्ली में शुरू हुई यात्रा के बाद पाइथियन गेम्स चंडीगढ़ में पुनर्जीवित होने जा रहे हैं. 12 से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाले नेशनल पाइथियन गेम्स में देश के हजारों लोग शामिल होंगे. पाइथियन गेम्स पहली बार 582 ईसा पूर्व के आसपास आयोजित किए गए थे. ये खेल प्राचीन ग्रीस में ओलंपिक खेलों के बाद सबसे महत्वपूर्ण खेलों में से एक थे. हालांकि, 394 ईसा पूर्व में इन खेलों को बंद कर दिया गया था. 
अब यह फिर से अस्तित्व में आ गया है और इसे लेकर लगातार काम करने वाले बिजेंद्र गोयल से हमने बात की है. उन्हें मॉडर्न पायथियन गेम्स का संस्थापक भी कहा जाता है. उन्होंने जी न्यूज को विस्तार से पाइथियन गेम्स और इसके फ्यूचर के बारे में बताया. इंटरव्यू के प्रमुख अंश ये हैं:
सवाल: पाइथियन गेम्स क्या हैं और इसका इतिहास क्या है?बिजेंद्र गोयल: देखिए ग्रीस के अगर आप इतिहास में जाए आपको मालूम है ओलंपिक खेलों का जन्म भी ग्रीस से हुआ है. ग्रीस में चार गेम्स होते थे. उसमें पॉपुलैरिटी में ओलंपिक पहले स्थान पर था. इसके अलावा तीन और गेम्स थे. उनके नाम पाइथियन गेम्स, नेमियन गेम्स और इस्थमियन गेम्स थे. ये अपोलो के सम्मान में हर चार साल में आयोजित किए जाते थे. पाइथियन गेम्स में आर्ट, म्यूजिक, पोएट्री, पेटिंग, रेसलिंग, चेरिएट रेसिंग और मैराथन इत्यादि आते थे. इसमें आर्ट, क्लचर और स्पोर्ट्स का फ्यूजन था. बाकी तीनों खेलों में सिर्फ स्पोर्ट्स आते थे. इन तीनों खेलों का जन्म भी ऐसा माना जाता है कि पाइथियन से ही हुआ है.
इन सभी खेलों को 394 ईस्वी में बंद कर दिया गया था और उसके बाद जो आज का ओलंपिक खेल है वो जो 1894 में दोबारा शुरू हुआ. पहला ओलंपिक 1896 में हुआ.  ओलंपिक के संस्थापक पियरे डी कुबर्टिन पाइथियन गेम्स को भी शुरू करना चाहते थे. वह एक साथ दोनों गेम्स को शुरू नहीं कर पाए. उन्होंने पाइथियन गेम्स के कुछ इवेंट को ओलंपिक में शामिल कर लिया. 1912 से 1948 तक म्यूसिक, डांस, पेंटिंग, पोएट्री ओलंपिक का हिस्सा रहे थे. इनमें मेडल दिए जाते थे. इन्हें 1954 में ओलंपिक के चार्टर से हटा दिया गया. उस समय यह फैसला हुआ कि इन चीजों को क्लचरल एक्टिविटीज के तौर पर ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान रखा जाएगा. ऐसा आज भी हो रहा है, लेकिन पाइथियन गेम्स की शुरुआत नहीं हो पाई.
सवाल: भारत से आपने इसकी शुरुआत कैसे की?बिजेंद्र गोयल: पाइथियन गेम्स को भारत से हम लोगों ने 2022 में फिर से शुरू किया. जब इसके बारे में ग्रीस को पता चला तो उन्होंने हम लोगों को बुलाया और पहली बार पूरे विश्व को ग्रीस के डेल्फी में इस बारे में बताया गया. उसके बाद सितंबर 2022 में दिल्ली में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें 192 देशों के रिप्रेजेंटेटिव ने हिस्सा लिया. इन खेलों को दोबारा से शुरू करने की मांग की गई. इसके बाद भारत सरकार भी हरकत में आई. 2023 दिसंबर में इन खेलों को विधिवत रूप से आयोजित किया गया. पहला इवेंट हमारा पाइथियन गेम्स फेस्टिवल के तौर पर 2023 में हुआ.
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सवाल: आप चंडीगढ़ में किस तरह के गेम्स का आयोजन करने जा रहे हैं?
बिजेंद्र गोयल: अभी हम 12 से 15 दिसंबर के बीच में पहले नेशनल कल्चरल पाइथियन गेम्स का आयोजन चंडीगढ़ में करने जा रहे हैं. इसमें आर्ट में, कल्चर्स में, वाटर स्पोर्ट्स में मार्शल आर्ट्स में और ट्रेडिशनल गेम्स में करीबन 32 से ज्यादा इवेंट यहां पे खेले जाएंगे. पहली बार विश्व के सामने कल्चरल गेम्स के तौर पर पेश किया जाएगा. अगले साल पहले पैरा पाइथियन गेम्स के आयोजन का लक्ष्य है. हमारा लक्ष्य 2027 में पाइथियन गेम्स को ओलंपिक की तरह बड़े स्तर पर आयोजित करना है.
 

 
सवाल: क्या ये गेम्स लीगल हो चुके हैं?बिजेंद्र गोयल: अब कई देशों में लीगल तरीके से इसके फेडरेशन बन चुके हैं. कई खेलों के फेडरेशन से सहयोग मिल रहे हैं. 90 से ज्यादा देशों ने सपोर्ट किया है. भारत, बांग्लादेश, नेपाल, फिलीपींस, केन्या और ग्रीस जैसे देशों में पाइथियन गेम्स लीगल स्वरूप ले चुका है. हमारा लक्ष्य 2027 में पहले पाइथियन गेम्स का आधिकारिक आयोजन ग्रीस में करना है. इन खेलों का कंट्रोल अब भारत के पास ही रहेगा. इससे भारत की इकॉनमी और टूरिज्म को काफी फायदा होगा.
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सवाल: नेशनल पाइथियन गेम्स का आयोजन कब और कहां हो रहा है?
बिजेंद्र गोयल:  नेशनल पाइथियन गेम्स का आयोजन 12 से 15 दिसंबर तक होगा. यह चंडीगढ़ के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में होगा. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से करीब 3 हजार प्रतिभागी पाइथियन गेम्स में भाग लेंगे. इसका प्रसारण डीडी स्पोर्ट्स पर होगा.



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