सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहे हैं. हाल ही में सहारनपुर के रहने वाले अभिनव ने USA में हुई पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को हराकर दो गोल्ड पर कब्जा किया है. अभिनव का जन्म 20 अक्टूबर 1991 को हरिश्चंद्र के घर पर हुआ था. 12वीं तक की परीक्षा बुलंदशहर के D.A.V इंटर कॉलेज से की. अभिनव ने 2015 में चंडीगढ़ ग्रुप आफ कॉलेज से इंजीनियरिंग की. अभिनव पढ़ाई के साथ-साथ पावरलिफ्टिंग का शौक रखते थे.
अभिनव ने फिल्मों में अपना अभिनय भी दिखाया है. यहीं नहीं मुंबई मेट्रो में भी उन्होंने जॉब की है. अभिनव का शुरू से ही इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप का सपना था जिसको अभिनव ने पूरा भी किया. अभिनव के पिता हरिश्चंद्र रेलवे में जॉब करते हैं. बड़ा भाई एयर इंडिया में है और मां गृहणी हैं. अभिनव को शुरू से ही परिवार का सपोर्ट मिला है.
नीरज चोपड़ा के हौसले को देखकर अभिनव ने अपना हौसला गिरने नहीं दिया और पावरलिफ्टिंग में मेहनत शुरू की. इसका परिणाम यह हुआ कि कजाकिस्तान में हुई पावरलिफ्टिंग में पाकिस्तान को हराकर अभिनव ने दो सिल्वर मेडल हासिल किए थे. अब हाल ही में अमेरिका में हुई वर्ल्ड पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 83.20 किलोग्राम भार वर्ग में ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका को हराकर दो गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है. अभिनव को भारतीय गौरव पुरस्कार और देश रत्न पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है. अभिनव की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है.
अभिनव का पहली बार लगा है गोल्डअभिनव ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि उन्होंने कॉलेज टाइम से ही पावरलिफ्टिंग देखकर खेलना शुरू किया था. धीरे-धीरे उन्होंने इसकी तैयारी शुरू की. जिला स्तर से लेकर स्टेट और फिर नेशनल लेवल तक उनके हाथ केवल सिल्वर और ब्रोंज मेडल ही लगे. वहीं तजाकिस्तान में हुए पावरलिफ्टिंग वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को हराकर अभिनव ने दो सिल्वर मेडल जीते थे लेकिन गोल्ड का सपना फिर भी अधूरा रह गया था.
इसके बाद अभिनव ने रात-दिन मेहनत की और अमेरिका में हुई वर्ल्ड पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में अमेरिका को हराकर गोल्ड जीता. आस्ट्रेलिया को भी मात देकर गोल्ड पर कब्जा किया. गोल्ड जीतने के बाद अभिनव की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने अपनी खुशी का इजहार नाच गाकर किया.
अभिनव की उपलब्धि परिजनों के लिए एक सपनाअभिनव की माता सरिता देवी ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि अभिनव ने 2011 से कॉलेज टाइम से ही पावरलिफ्टिंग शुरू कर दी थी. इसके बाद उसने इंजीनियरिंग की और साथ ही साथ पावरलिफ्टिंग की तैयारी भी करता रहा. अभिनव ने कई मूवी और टीवी सीरियल में भी काम किया. मुंबई मेट्रो में भी जॉब की लेकिन कोरोना के समय सब कुछ छोड़कर वापस घर आ गया और पूरी तरह से पावरलिफ्टिंग को समय दिया. इसी का नतीजा है कि आज बेटे ने अमेरिका में दो गोल्ड जीते हैं.
अभिनव की माता बताती हैं कि गोल्ड जीतने के बाद जब अभिनव से बात हुई तो उसने गोल्ड जीतने के बारे में बताया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. उनको यह सब एक सपने जैसा लगा लेकिन उनको पूरी उम्मीद थी कि उनका बेटा एक ना एक दिन देश का नाम जरूर ऊंचा करेगा.
Tags: Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 21:15 IST