सफेद पानी या वाइट डिस्चार्ज से ज्यादातर महिलाएं परेशान होती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करती है. इस समस्या को मेडिकल भाषा में ल्यूकोरिया कहा जाता है. यह समस्या किसी भी उम्र की महिला को हो सकती है, जो अक्सर पीरियड्स के दौरान या गर्भावस्था में बढ़ जाती है. हालांकि, यह आमतौर पर चिंता का कारण नहीं होता, लेकिन जब यह अत्यधिक हो जाता है, तो यह असुविधा और परेशानियों का कारण बन सकता है.
ऐसे में ज्यादा सफेद पानी आने का कारण और इससे बचाव के घरेलू उपायों के बारे में जानना जरूरी है. इस लेख की मदद से आप यह जानकारी डिटेल में जान सकते हैं-
वाइट डिस्चार्ज का कारण
– महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन अत्यधिक सफेद पानी के स्त्राव का प्रमुख कारण हो सकता है. जब हार्मोन असंतुलित होते हैं, तो शरीर का नेचुरल डिस्चार्ज बढ़ सकता है, जो कि सफेद पानी के रूप में दिखाई देता है.
– ज्यादा वाइट डिस्चार्ज इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है. इसके साथ गंध, खुजली या जलन की समस्या हो, तो समस्या गंभीर हो सकती है.
– कभी-कभी, गर्भनिरोधक गोलियों या अन्य दवाइयों के सेवन से भी सफेद पानी का स्राव बढ़ सकता है. यह दवाइयां हार्मोनल बदलाव का कारण बन सकती हैं, जो इस समस्या को पैदा कर सकती हैं.
– असंतुलित आहार, कम पानी पीना, और मानसिक तनाव भी ज्यादा सफेद पानी आने का कारण बन सकते हैं. इससे शरीर के अंदरूनी संतुलन पर प्रभाव पड़ता है, जिससे योनि से ज्यादा डिस्चार्ज हो सकता है.
– गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण भी सफेद पानी का डिस्चार्ज भी बढ़ सकता है. यह स्थिति सामान्य होती है, लेकिन कभी-कभी संक्रमण भी हो सकता है.
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वाइट डिस्चार्ज के लिए घरेलू उपाय
सेब का सिरका
सेब का सिरका नेचुरल एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है. एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर दिन में दो बार पीने से शरीर के अंदर की विषाक्तता को कम किया जा सकता है. यह संक्रमण को रोकने में मदद करता है.
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. तुलसी के कुछ पत्ते उबालकर उसका पानी पीने से शरीर के अंदर के संक्रमण को खत्म करने में मदद मिल सकती है.
योग
मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें. यह हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करने में मदद करता है और शरीर को मानसिक शांति प्रदान करता है, जिससे सफेद पानी के स्त्राव में कमी आ सकती है.
गर्म पानी में नमक
गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर योनि को धोना संक्रमण को रोकने में मदद करता है. यह प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल एजेंट के रूप में काम करता है और वाइट डिस्चार्ज को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.
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प्रोबायोटिक्स का सेवन
प्रोबायोटिक्स, जैसे दही, शरीर में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं. यह योनि में बैक्टीरिया के असंतुलन को रोकने में मदद करता है और वाइट डिस्चार्ज की समस्या को कंट्रोल करता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.