झांसी. झांसी की मूंगफली का स्वाद अब विदेशी लोग भी चख सकेंगे. मूंगफली के क्लस्टर के रूप में विकसित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है. इसके लिए जिला स्तर पर बनाई गई क्लस्टर सुविधा इकाई द्वारा निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति को भेज दिया गया है. पिछले दिनों झांसी के डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में अनुमोदन मिलने के बाद प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए भेजा गया है.विश्व बैंक की मदद से चलाई जा रही यूपी एग्रीज योजना के तहत यह क्लस्टर तैयार किया जा रहा है. राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति से मंजूरी मिलने के बाद निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का काम शुरू हो जाएगा. एक क्लस्टर 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल का होगा. एफपीओ के माध्यम से मूंगफली उत्पादकों का यह क्लस्टर तैयार किया जाएगा. जो एफपीओ क्लस्टर विकसित करेगा, उसे 5 साल में क्रमवार तरीके से 10 लाख रुपए का अनुदान मिलेगा. जिले में डीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन होगा, जो पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगी और आवश्यकता पड़ने पर बाधाओं को दूर करेगी.विदेशों में भी मूंगफली का निर्यात होगायोजना के शुरू हो जाने के बाद झांसी की मूंगफली को न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर का बाजार उपलब्ध होगा बल्कि इसका विदेशों में भी निर्यात होगा. झांसी जिला मूंगफली की उपज के लिए विशिष्ट पहचान रखता है और इसे उगाने वाले किसानों की आमदनी बढ़ाने में यह कदम काफी मददगार साबित होगा. झांसी के सीनियर कृषि विपणन निरीक्षक प्रखर कुमार ने बताया कि मूंगफली के निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का प्रस्ताव तैयार कर राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति को प्रेषित किया है. स्वीकृति मिलने के बाद जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी और क्लस्टर तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा.FIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 19:55 IST