वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में पर्यटन का एक और बड़ा केंद्र तैयार हो गया है. भैंसासुर घाट से आदिकेशव घाट के बीच गंगा किनारे दुनिया का सबसे बड़ा घाट बनकर तैयार हो गया है. खास बात यह है कि इस घाट की कनेक्टिविटी जल, थल और नभ तीनों मार्ग से है. यह घाट करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था. अब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इसका उद्घाटन कर रहे हैं.
91 करोड़ की लागत से बने इस घाट पर देश का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन भी बनाया गया है. इसके अलावा इस घाट को नभ से कनेक्टिविटी के लिए हैलीपैड भी बनाए गए है. इतना ही नहीं यहां योग स्थल, कैफेटेरिया, ओपन एयर थ्रियेटर, बाथिंग कुंड,चिल्ड्रेन प्ले एरिया सहित कई अन्य सुविधाएं भी हैं.
नमस्ते के आकार का स्कल्पचर बना आकर्षण का केंद्र
इसके अलावा यहां नमस्ते का सबसे बड़ा स्कल्पचर भी बनाया गया है. जिसकी ऊंचाई 75 फीट है. यह स्कल्पचर काशी आने वाले पर्यटकों का स्वागत करता है. इस घाट को इंटरनेशनल स्तर का बनाया गया है. खास बात यह भी है कि कोई भी दिव्यांग अपने ट्राई साइकिल के जरिए पूरे घाट पर घूम सकता है. इसके लिए जगह-जगह रैम बनाए गए हैं.
हेली टूरिज्म का बनेगा केंद्र
वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस घाट पर प्राचीनता के साथ आधुनिकता का अनूठा संगम भी दिखाई दे रहा है. इसे तैयार करने में मेड इन इंडिया का भी विशेष ख्याल रखा गया है. भविष्य में पर्यटक यहां हेली टूरिज्म और वॉटर स्पोर्ट्स टूरिज्म का लुफ्त भी उठा सकेंगे. बता दें कि इस घाट पर पर्यटकों के हर सुविधा का खास ख्याल रखा गया है.
यहां मिलेगा बनारसी फूड
नमो घाट पर बने कैफेटेरिया में पर्यटक लजीज बनारसी व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं. यहां लस्सी, टमाटर चाट, मलइयो, पूड़ी कचौड़ी जैसे कई फेमस फूड के स्टॉल हैं. इसके अलावा साउथ इंडियन फूड के भी कई स्टॉल आपको यहां देखने को मिल जाएंगे.
Tags: Local18, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 13:55 IST