भारत को मिल गया नया स्टार, तूफानी शतक से मचाया गदर, गरीबी से निकलकर टीम इंडिया में बनाया नाम| Hindi News

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भारत को मिल गया नया स्टार, तूफानी शतक से मचाया गदर, गरीबी से निकलकर टीम इंडिया में बनाया नाम| Hindi News



टीम इंडिया को भविष्य का सुपरस्टार मिल गया है, जिसने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले गए तीसरे टी20 मैच में शतक जड़कर तहलका मचा दिया है. विराट कोहली के टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद अब ये बल्लेबाज लंबे समय तक भारत की टी20 टीम में नंबर-3 बल्लेबाज का रोल निभा सकता है. भारतीय टीम के धाकड़ बल्लेबाज तिलक वर्मा ने गदर मचाया हुआ है. दुनिया का कोई भी गेंदबाज तिलक वर्मा के सामने बॉलिंग नहीं करना चाहेगा. तिलक वर्मा विरोधी टीम के गेंदबाजों की बेरहमी से धुनाई करते हैं. बुधवार रात को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीसरे टी20 मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 219 रन बोर्ड पर लगा दिए. तिलक वर्मा ने इस दौरान महज 56 गेंदों में ही नाबाद रहते हुए 107 रन ठोक डाले.
भारत को मिल गया नया स्टार
तिलक वर्मा ने अपनी पारी में 8 चौके और 7 छक्के उड़ाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 191.07 का रहा. तिलक वर्मा इस मैच में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने चौके और छक्कों की बारिश कर फैंस को रोमांचित कर दिया. तिलक वर्मा ने अपने टी20 इंटरनेशनल करियर का पहला शतक ठोक दिया. तिलक वर्मा ने अपनी इस पारी से साबित कर दिया कि वह कितने टैलेंटेड बल्लेबाज हैं. तिलक वर्मा लंबे समय तक भारत की टी20 टीम में नंबर-3 बल्लेबाज का रोल निभा सकते हैं. तिलक वर्मा ने अपनी पावर हिटिंग काबिलियत की वजह से सेलेक्टर्स को इम्प्रेस किया है. तिलक वर्मा की इस पारी के दम पर भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरा टी20 मैच 11 रन से जीत लिया.
गेंदबाजों के लिए काल
तिलक वर्मा जब क्रीज पर उतरते हैं तो वह अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से विरोधी टीम की गेंदबाजी को तहस-नहस करके रख देते हैं. जब भी ये क्रिकेटर बल्लेबाजी करता है तो उसकी बैटिंग से विरोधी गेंदबाज भी थर-थर कांपते हैं. पावर-प्ले हो या बीच के ओवर तिलक वर्मा अपनी काबिलियत की वजह से तेजी से रन बटोर सकते हैं और चौके और छक्कों की झड़ी लगा सकते हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में तिलक वर्मा ने पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए मैदान के चारों ओर स्ट्रोक्स लगाए. उन्होंने दूसरे विकेट के लिए अभिषेक शर्मा के साथ 107 रन जोड़े. इससे पहले संजू सैमसन खाता खोले बिना आउट हो गए थे. बीच के ओवरों में केशव महाराज ने रनगति पर अंकुश लगाया, लेकिन तिलक ने आखिरी छह ओवरों में 22 गेंद में 52 रन बनाकर भारत को बड़ा स्कोर दिलाया.
पेशे से इलेक्ट्रीशियन रह चुके पिता
तिलक वर्मा के पिता पेशे से इलेक्ट्रीशियन रह चुके हैं. वह आर्थिक रूप से इतने कमजोर थे कि वह अपने बेटे के सपने का साकार नहीं कर सकते थे. बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा IPL में मुंबई इंडियंस की टीम के अहम सदस्य हैं. भारतीय टीम मैनेजमेंट को तिलक वर्मा की बल्लेबाजी ने निश्चित रूप से आकर्षित किया है. तिलक वर्मा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके कोच सलाम बायश ने उन्हें कोचिंग के अलावा भोजन और जरूरत पड़ने पर अपने घर में रहने के लिए भी जगह दी. तिलक वर्मा के पिता नम्बूरी नागराजू अपने बेटे को क्रिकेट अकादमी भेजने की स्थिति में नहीं थे, लेकिन उनके कोच सलाम बायश ने उनके सभी खर्चों को वहन किया, जिसके दम पर आज वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं. तिलक वर्मा को इस मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय उसके कोच सलाम बायश को जाता है. तिलक वर्मा भारत के लिए 4 वनडे और 19 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं. तिलक वर्मा ने टी20 इंटरनेशनल में 496 रन और वनडे में 68 रन बनाए हैं.



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