अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने बांग्लादेश के खिलाफ भारत के टेस्ट मैच के लिए इस्तेमाल की गई चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम की पिच को ‘बहुत अच्छा’ माना है जबकि सीजन के दौरान इस्तेमाल किए गए अन्य चार घरेलू वेन्यू की पिचों को ‘संतोषजनक’ माना गया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ इस्तेमाल किए गए सभी तीन टेस्ट स्थल – बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम, पुणे के गहुंजे में महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम और मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम को आईसीसी मैच रेफरी से ‘संतोषजनक’ रेटिंग मिली.
ICC का चला हंटर
हालांकि कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के आउटफील्ड को आईसीसी मैच रेफरी जेफ क्रो ने ‘असंतोषजनक’ रेटिंग दी है. सरकारी स्वामित्व वाले स्टेडियम की खराब जल निकासी प्रणाली के कारण बांग्लादेश के खिलाफ केवल दो पूरे दिन का खेल हो सका और पिच को ‘संतोषजनक’ रेटिंग दिए जाने के बावजूद आउटफील्ड न्यूजीलैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर की नाराजगी से नहीं बच पाई.
भारत की पिच पर सुनाया अपना फैसला
बांग्लादेश के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए इस्तेमाल किए गए ग्वालियर, दिल्ली और हैदराबाद की बड़े स्कोर वाली पिचों को ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग मिली है, क्योंकि वे सबसे छोटे प्रारूप की आवश्यकताओं के अनुरूप थे. हालांकि भारतीय टीम प्रबंधन, बीसीसीआई और स्थानीय क्यूरेटर यह जानकर बहुत खुश नहीं होंगे कि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज डेविड बून ने न्यूजीलैंड के खिलाफ इस्तेमाल की गई किसी भी टेस्ट मैच की पिच को ‘संतोषजनक’ से बेहतर रेटिंग नहीं दी.
चिन्नास्वामी की पिच पर आया फैसला
चिन्नास्वामी की पिच में अत्यधिक नमी थी जिसके कारण भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ 46 रन पर ऑल आउट हो गया जबकि पुणे और मुंबई दोनों ही विकेट पूरी तरह से स्पिन के अनुकूल थे जो ‘अच्छे टेस्ट’ मैच विकेट के लिए निर्धारित मानदंडों का सख्ती से पालन नहीं करते थे, लेकिन दोनों टीमों के खिलाड़ियों के अच्छे व्यक्तिगत बल्लेबाजी प्रदर्शन के कारण दोनों विकेट को संतोषजनक रेटिंग मिली.