कहते हैं सुबह की हवा लाख रुपए की दवा जैसी होती है. कुछ ऐसी ही कहावत बलिया में सच हुई है. प्रातः कालीन लिया गया निर्णय आज जनपद में सुर्खियां बटोर रहा है. 6 लोगों से शुरू हुई ये कहानी आज सैकड़ों लोगों के जीवन शैली को बदल चुकी है. हुआ कुछ यूं कि लगभग 6 लोग सुबह टहलना शुरू किए. रास्ते में अगर किसी परिचित का घर दिखता तो उसके दरवाजे के पास जाकर उसे भी टहलने के लिए प्रेरित किया. धीरे-धीरे यह छह लोगों की संख्या डेढ़ सौ में बदल गई. आइए जानते हैं आखिर आगे क्या हुआ. (रिपोर्टः सनन्दन उपाध्याय/बलिया)