सहारनपुर: आज के युवा सोशल मीडिया के जाल में इस कदर फंस चुके हैं कि वह उससे निकाल नहीं पा रहे हैं. हालांकि, कुछ युवाओं के लिए यह बेहतर भी साबित हुआ है. उन्होंने इसे अपनी जरूरत की चीजों को देखने, पढ़ने और जानने के लिए इस्तेमाल किया. इसके अलावा लोगों ने खुद का और अपने प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए इसका बेहतरीन इस्तेमाल किया. अगर सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल किया जाए तो अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है सहारनपुर की नंद वाटिका कॉलोनी में रहने वाले निखिल प्रकाश ने.
निखिल ने यूट्यूब से तैयारी कर जेईई एडवांस निकाला है. निखिल प्रकाश का जन्म 9 अप्रैल 2005 को सोमप्रकाश के घर पर हुआ था. सब कुछ ठीक चल रहा था. निखिल प्रकाश को शुरू से ही कुंगफू कराटे खेलने का शौक था जिसमें उसने नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर लगभग 30 से 40 गोल्ड मेडल भी जीते हैं. इसके बाद 2015 में अचानक निखिल प्रकाश के पिताजी का स्वर्गवास हो गया और सारी जिम्मेदारी उनकी माता पूनम प्रकाश के कंधों पर आ गई.
निखिल प्रकाश और उनकी एक बहन उस समय 10 और 12 साल के ही थे. मां ने दोनों बच्चों को पिता की कमी महसूस नहीं होने दी. इस दुनिया की बुरी नजर से बचते हुए दोनों बच्चों को अच्छे से पढ़ाया. दोनों बच्चों ने भी अपनी मां की स्थिति को देखते हुए अपनी पढ़ाई पर फोकस किया और आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं कि मां को अपने बच्चों पर गर्व होता है.
सोशल मीडिया पर लाखों रुपए की चीज फ्री में मिल जाती हैनिखिल प्रकाश ने 12वीं तक की शिक्षा D.A.V पब्लिक स्कूल सीबीएसई बोर्ड से ली. 26 मई 2024 को जेईई एडवांस निकाला जिसमें उनकी 5,200 रैंक आई. जेई एडवांस का एग्जाम 15 लाख बच्चों ने दिया था. उन्होंने फर्स्ट अटेम्प्ट में ही यह कारनामा कर दिखाया.
निखिल प्रकाश ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि कुंगफू कराटे में वह ब्लैक बेल्ट है. 7 से 8 साल उन्होंने कुंगफू कराटे किया. इसके बाद उन्होंने सब कुछ छोड़कर अपनी पढ़ाई पर फोकस किया और पहले ही अटेम्प्ट में जेईई एडवांस्ड निकाल एक नया कारनामा कर दिखाया. निखिल प्रकाश की माता पूनम प्रकाश का कहना है कि जब निखिल ने जेईई एडवांस्ड निकला था तब उनको बहुत खुशी हुई थी लेकिन दु:ख इस बात का था उनके पिताजी अगर होते तो वह इस बात को देखकर बहुत ज्यादा खुश होते.
पिता के जाने के बाद पूनम प्रकाश ने पिता का सही रोल निभाते हुए दोनों बच्चों को एक अच्छे मुकाम तक पहुंचाया. निखिल प्रकाश का कहना है कि सोशल मीडिया पर जो बच्चे लाखों रुपए में कोचिंग से सीखते हैं वह चीज वहां पर फ्री में मिल जाती है. अगर सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल किया जाए तो हर कोई बड़े से बड़ा एग्जाम आसानी से निकाल सकता है.
Tags: Education, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 14:03 IST