हाइलाइट्सप्रयागराज पुलिस ने प्रेमी जोड़ों को शादी का फर्जी सर्टिफिकेट देने वाले गैंग को दबोचा हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस कार्रवाई करते हुए गैंग के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार यह गैंग प्रेमी जोड़ों को शादी का फर्जी सर्टिफिकेट देता था, कोर्ट द्वारा अनुचित लाभ मिल सके प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद पुलिस कमिश्नरेट प्रयागराज की कैंट थाना पुलिस और एसओजी सिटी व एसओजी यमुनानगर की संयुक्त टीमों ने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस टीम ने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग के दो सदस्यों राजा उर्फ़ शेषमणि दुबे और अनिल कुमार प्रजापति को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से तीन मॉनिटर,तीन सीपीयू की बोर्ड, माउस और प्रिंटिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला प्रिंटर बरामद किया है। पुलिस टीम ने अभियुक्तों के कब्जे से तीन फर्जी सर्टिफिकेट भी बरामद किए हैं.
डीसीपी सिटी अभिषेक भारती के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ कैंट थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. गिरफ्तार अभियुक्तों में 42 वर्षीय राजा उर्फ शेषमणि दुबे कर्नलगंज थाना क्षेत्र के कटरा का रहने वाला है. जबकि दूसरा अभियुक्त 41 वर्षीय अनिल कुमार प्रजापति धूमनगंज थाना क्षेत्र के कसारी मसारी चकिया का रहने वाला है. यह गिरोह एक साइबर कैफे से संचालित हो रहा था. यह गिरोह 20 हजार में प्रेमी जोड़ों को फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनाकर देता था. पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई कर रही है.
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हाईकोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाईडीसीपी सिटी अभिषेक भारती के मुताबिक इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट याचिका संख्या 26077/2024 याचिकाकर्ता श्रीमती शिवानी व अन्य की ओर से दाखिल की गई है. इस याचिका में शादीशुदा जोड़े द्वारा अदालत से सुरक्षा की मांग की गई थी. याचियों की ओर से कोर्ट में पेश किया गया मैरिज सर्टिफिकेट आर्य समाज कृष्ण नगर प्रयागराज 529, के एल कृष्णाश नगर कीडगंज प्रयागराज उत्तर प्रदेश, कैंप कार्यालय 40/ए/4/ए माधवपुर पट्टी खारकोनी नैनी प्रयागराज द्वारा जारी किया गया था. हाईकोर्ट के आदेश के बाद मैरिज सर्टिफिकेट की सत्यता की जांच प्रयागराज पुलिस की ओर से की गई. पुलिस की जांच में हाईकोर्ट में याचियों की ओर से लगाया गया मैरिज सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस संस्था द्वारा ऐसा कोई मैरिज सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया है. यह फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट याचियों द्वारा अपने सहयोगियों के जरिए कोर्ट से अनुचित लाभ लेने के लिए दाखिल किया गया था. इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है.
Tags: Prayagraj News, UP latest newsFIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 10:08 IST