Afro Asia Cup: भारत और पाकिस्तान की टीमें इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी आईसीसी टूर्नामेंट में आमने-सामने नजर आती हैं. लेकिन क्या हो अगर दोनों टीमों के खिलाड़ी एक ही टीम में खेलते नजर आएं. अफ्रीका क्रिकेट संघ (ACA) अपने एक खास पुराने टूर्नामेंट की शुरुआत के लिए गुजारिश करता नजर आ रहा है. अफ्रीका क्रिकेट संघ ने दो दशक के बाद इस टूर्नामेंट की शुरुआत के लिए एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) से बातचीत की है.
खेले गए दो सीजन
एफ्रो एशिया कप में दोनों महाद्वीपों की टीमें एक-दूसरे को टक्कर देती हैं. साल 2005 में पहली बार यह टूर्नामेंट खेला गया जो ड्रॉ रहा. 2 साल बाद इसका आयोजन भारत में हुआ और एशियाई टीम ने जीत दर्ज की थी. तीसरे सीजन का आगाज 2009 में कीनिया में होना था, लेकिन इस टूर्नामेंट पर 2 सीजन बाद ही विराम लग गया.
क्या फिर शुरू होगा टूर्नामेंट?
एसीए के अंतरिम अध्यक्ष तावेंग्वा मुकुलानी के हवाले से ईएसपीएन क्रिकइंफो द्वारा जानकारी दी गई, ‘क्रिकेट से इतर एफ्रो एशिया कप संगठन के लिए काफी जरूरी वित्तीय राशि लाता है. दोनों तरफ से इसके लिए अच्छी इच्छाशक्ति देखने को मिली है. हमने एशिया क्रिकेट परिषद के समकक्षों और हमारे अफ्रीकी महाद्वीप के संघो से इस मुद्दे पर बात की. वे चाहते हैं कि एफ्रो एशिया क फिर से शुरू किया जाए.’
धोनी ने खेला था ये टूर्नामेंट
2005 में भारत और पाकिस्तान के खिलाफ एकसाथ खेलते हुए नजर आए थे. उस दौरान एशियाई टीम में राहुल द्रविड़, आशीष नेहरा और अनिल कुंबले जैसे बड़े चेहरे शामिल थे. वहीं, 2007 में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने वाले एमएस धोनी, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, जहीर खान, वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों को एशियाई टीम में जगह मिली थी.