चित्रकूट में यहां बनती हैं पत्थर की बेहतरीन मूर्तियां, कई जिलों से आती है भारी डिमांड, जानें कीमत और खासियत

admin

comscore_image

चित्रकूट: धर्म नगरी चित्रकूट को प्रभु श्रीराम की तपोस्थली के रूप में जाना जाता है. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं और यहां के ऐतिहासिक मठ मंदिरों में भगवान श्रीराम के दर्शन करते हैं. इस धार्मिक नगरी की प्रसिद्धि सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि यहां की मूर्तिकला के लिए भी बेमिसाल है. चित्रकूट के पासी तिराहा इलाके में एक खास बाजार स्थित है जहां मूर्ति कलाकारों की पीढ़ियों से चली आ रही कला को देखा जा सकता है. ये कलाकार पत्थरों से भगवान हनुमान, अंबेडकर, गोस्वामी तुलसीदास, दुर्गा और अन्य धार्मिक प्रतीकों की मूर्तियां बनाते और गढ़ते हैं.

चित्रकूट के पासी तिराहा में स्थित यह मूर्ति बाजार यहां की पुरानी और अनूठी मूर्तिकला की साक्षी है. यहां के मूर्तिकार पत्थरों से विभिन्न प्रकार की धार्मिक मूर्तियां बनाते हैं. ये मूर्तियां स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ ही दूसरे राज्यों के व्यापारियों और मठ मंदिरों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन चुकी हैं. इस बाजार में पत्थर से बनी मूर्तियों की कीमत 800 रुपये से शुरू होती है और ये मूर्तियां आर्डर के अनुसार बनाई जाती हैं. खास बात यह है कि मूर्तियां एकदम कस्टमाइज्ड होती हैं जिन्हें लोग अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार अपने घरों, मंदिरों और अन्य स्थानों के लिए मंगवाते हैं.

मूर्ति बनाने की परंपरा और पीढ़ी दर पीढ़ी का कार्यमूर्ति कारीगर राम बियाबन ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया, “मूर्तियों का निर्माण सिर्फ एक व्यवसाय नहीं बल्कि यह हमारे लिए एक परंपरा है. हमारे यहां हनुमान, अंबेडकर, गोस्वामी तुलसीदास, दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाई जाती हैं. यहां की मूर्तियों की गुणवत्ता इतनी उच्च होती है कि लोग लखनऊ, गोरखपुर, अयोध्या, प्रयागराज, जयपुर, जबलपुर जैसे विभिन्न शहरों से यहां आकर मूर्तियां खरीदते हैं.”

राम बियाबन बताते हैं कि ये मूर्तियां चुनार की खदानों से इकट्ठा किए गए पत्थरों से बनती हैं, जिन्हें वे खुद मेहनत से तराशते और आकार देते हैं. उन्होंने कहा, “हमारे यहां की मूर्तियां बहुत ही बारीकी से बनती हैं. हम हर मूर्ति में अपनी कला और श्रम को झोंकते हैं, जिससे हर मूर्ति खास और अद्भुत होती है.”देशभर में फैल रही मूर्तियों की मांगचित्रकूट के मूर्ति बाजार की मूर्तियों की डिमांड देशभर में फैली हुई है. ये मूर्तियां न सिर्फ धार्मिक प्रतीक के रूप में खरीदी जाती हैं, बल्कि इन्हें मंदिरों, मठों और घरों में भी स्थापित किया जाता है. खासकर उन श्रद्धालुओं के लिए जो अपने घरों में देवताओं की उपासना के लिए विशेष मूर्तियों की तलाश में रहते हैं. चित्रकूट में निर्मित मूर्तियां पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुकी हैं.
Tags: Chitrakoot News, Chitrakoot news today, Local18FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 22:32 IST

Source link