रामपुर: रबी फसल के लिए किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु कृषि विभाग ने कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है. अब किसानों को उर्वरक उनके खतौनी और आधार कार्ड के आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा. इससे सुनिश्चित होगा कि हर किसान को उसकी जरूरत के अनुसार सही मात्रा में खाद मिले. विभाग ने उर्वरक के अवैध भंडारण और कालाबाजारी को रोकने के लिए सख्त निगरानी की व्यवस्था भी की है.जिले में गेहूं की बुवाई के लिए इस बार 1.41 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. डीएपी, यूरिया, एनपीके जैसे उर्वरकों की मांग को देखते हुए विभाग ने 52 हजार मीट्रिक टन डीएपी, 26,740 मीट्रिक टन एनपीके, 9,085 मीट्रिक टन यूरिया और 306 मीट्रिक टन एमओपी का इंतजाम किया है. जिला कृषि अधिकारी कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि उर्वरक की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी और अधिक दाम वसूलने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.कृषि विभाग ने किसानों को बुवाई में देरी न करने, सही बीज चुनने और पराली का बेहतर निस्तारण करने के सुझाव भी दिए हैं. बेहतर पैदावार के लिए सुपर सीडर या हैप्पी सीडर के इस्तेमाल की सलाह दी गई है. इन उपायों के साथ ही विभाग का लक्ष्य है कि रबी फसल की बेहतर खेती के लिए सभी संसाधनों का सही उपयोग किया जाए जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके और उन्हें उचित खाद और उर्वरक समय पर मिल सके. इस तरह की पहलों से किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी और कृषि क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आएगा.FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 21:00 IST