Motivational story: कई बार जीवन में लोगों के साथ कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जो उनके जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला देती हैं. कुछ ऐसा ही हुआ सुल्तानपुर न्यायालय में विधि व्यवसाय करने वाले एडवोकेट रवि शुक्ला के साथ. साल 2012 में रवि शुक्ला के परिवार को एक मुकदमे में न्याय नहीं मिला. इससे रवि शुक्ला आहत हुए और इस अन्याय की पीड़ा ने उनको अंदर से झकझोर दिया. लेकिन उन्होंने इस अन्याय को ही अपना मोटिवेशन माना और उसी दिन यह संकल्प लिया कि आर्थिक तंगी कभी भी लोगों को न्याय मिलने में बाधा नहीं बनेगी. यही वजह रही कि रवि शुक्ला आज कई मुकदमे निःशुल्क लड़ रहे हैं. (रिपोर्टः विशाल तिवारी/ सुल्तानपुर)