Sultanpur News: पढ़ाई के साथ कमाई भी, रोशनी ऐसे कर रही हैं अपने और परिवार का जीवन रोशन

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सुल्तानपुर: सुल्तानपुर के गभड़िया में रहने वाली रोशनी प्रजापति इन दिनों अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई हैं. वह न केवल पढ़ाई कर रही हैं, बल्कि मिट्टी के खिलौने बनाकर बाजार में सप्लाई के लिए भी तैयार कर रही हैं. रोशनी इस समय बी.ए. की पढ़ाई कर रही हैं और साथ ही साथ मिट्टी के खिलौने बनाकर मुनाफा भी कमा रही हैं, जो अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है.

रोशनी ने त्योहारों की तैयारी कुछ इस अंदाज में शुरू की है, जिससे पारंपरिक व्यवसाय को संजोए रखा जा सके.  उनकी सोच है कि दीपावली में बच्चों के लिए मिट्टी के खिलौने हमेशा आकर्षण का केंद्र होते हैं. उन्हें विश्वास है कि ये खिलौने बच्चों को खुशी और उत्साह प्रदान करते हैं. इसी सोच के तहत, वे मिट्टी के खिलौने को आकर्षक तरीके से बनाने में जुटी हुई हैं.

पढ़ाई के साथ काम भी रोशनी का मानना है कि दीपावली के अवसर पर घर-आंगन को दीयों से रोशन करने के साथ-साथ, बच्चों के खिलौने और उनकी किलकारियों से भी वातावरण को खुशहाल बनाना चाहिए. उनका यह प्रयास न केवल पारंपरिक कला को बढ़ावा देता है, बल्कि अन्य लड़कियों को भी यह प्रेरित करता है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ अपनी रचनात्मकता को भी विकसित करें. रोशनी की मेहनत और समर्पण निश्चित रूप से अन्य लड़कियों के लिए एक प्रेरणा का काम कर रहा है.

यह है वर्क प्रोडक्शन लोकल 18 से बातचीत के दौरान रोशनी ने बताया कि वह प्रतिदिन 3 से 4 घंटे काम कर मूर्तियों और खिलौने को तैयार करती हैं जिससे वे त्योहारों तक खिलौने और मूर्तियों को बाजार में आसानी से बेच सकें और अच्छा मुनाफा कमा सकें. रोशनी ने बताया कि उन्होंने यह कला अपने परिवार से सीखी है. जो उनके व्यक्तिगत कौशल को और विकसित करता है. उन्हें सरकार द्वारा फर्मा और मशीन मिली हुई है जिसके माध्यम से वह सीजन में लगभग 5 सौ से 1 हजार मूर्तियां बनाकर तैयार कर लेती हैं.

काम करने में ये है सबसे बड़ी बाधारोशनी और उनके पिता लालबहादुर प्रजापति ने लोकल 18 से बताया कि उनके इस काम में सबसे बड़ी चुनौती मिट्टी न मिलना है और तैयार की गई मूर्तियों को सुल्तानपुर शहर में बेचने के लिए जगह उपलब्ध ना होना है. उन्होंने बताया कि शहर के चौक में जहां मूर्तियों की बिक्री होती है वहां लोगों को दुकान लगाने की जगह उपलब्ध न होने से और बाहरी लोगों के प्रवेश से स्थानीय व्यापार में नुकसान उठाना पड़ता है. जिससे इनकी साल भर की मेहनत पर पानी पड़ जाता है और व्यापार में काफी नुकसान उठाना पड़ता है.
Tags: Local18, News18 uttar pradesh, Sultanpur newsFIRST PUBLISHED : November 4, 2024, 12:28 IST

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