मऊ: क्या आप जानते हैं कि किसी दुकानदार के यहां पकौड़ी लेने के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ती है. साथ ही लंबे इंतजार के बाद ही लोगों को पकौड़ी मिलती है. अगर नहीं तो आज हम आपको बता रहे हैं, उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के भातकोल बाजार में सुभाष गुप्ता की ‘गुप्ता स्वीट एवं कैंटर्स’ की कहानी, जिसके यहां लंबे इंतजार के बाद पकौड़ियां मिलती हैं. यह पकौड़ी 200 रुपए किलो से 250 रुपए किलो तक बिकती है.
जानें कब खुलती है दुकान
सुभाष गुप्ता ने बताया कि लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि उनके यहां पकौड़ी खाने वालों की इसलिए भीड़ लगती है. क्योंकि हमारे यहां ज्यादा प्याज की मात्रा में पकौड़ी बनाई जाती है. चाहे यह प्याज कितनी भी महंगी क्यों न हो. इस दुकान खासियत है कि यहां पकौड़ी खाने वालों की लंबी लाइन लगती है. जहां शाम 2 बजे से पकौड़ी बनना शुरू होता है और रात 8 बजे तक यह पकौड़ी गर्मा गर्म कड़ाई से बाहर आती है.
जानें पकौड़ी क्यों होती है बढ़िया
सुभाष गुप्ता बताते हैं कि इस पकौड़ी को बनाने के लिए सबसे पहले प्याज को छीलकर बारीकी में काटा जाता है. फिर इसमें हल्का पंच फोरन और नमक को डालकर बेसन में अच्छी तरह से मिलाया जाता है. उसके बाद कड़ाही में तेल को गर्म करके इसे हल्की आंच में छाना जाता है, लेकिन कुछ इसमें और मटेरियल जल्दी आती है. कुछ इसमें ऐसे सामान डाले जाते हैं, जिससे यह पकौड़ी स्वादिष्ट होती है. वह किसी को बताया नहीं जाता है. क्योंकि हर फार्मूला अगर किसी को बता देंगे तो फिर हमारी दुकान का क्या महत्व रह जाएगा.
जानें पकौड़ी क्यों होती है महंगी
सुभाष गुप्ता ने बताया कि प्याज चाहे जितनी भी महंगी हो, पकौड़ी प्याज की ही बनती है. यह पकौड़ी जब प्याज सस्ती होती है, तो 200 किलो में बिकती है और यदि प्याज मांगी हुई तो 250 रुपए किलो तक बिकती है. फिर भी इस पकौड़ी को खाने के लिए लोग लंबा इंतजार करते हैं और पकौड़ी लेकर ही जाते हैं.
Tags: Food, Food 18, Local18, Mau newsFIRST PUBLISHED : November 3, 2024, 09:00 IST