अमेठीः– रोजगार सतत जीवन का हिस्सा होता है. ऐसे में रोजगार की आवश्यकता हमारे जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है. सरकार की तरफ से भी नए-नए आधुनिक प्रयास रोजगार के लिए बेरोजगारों के फायदे को लेकर किए जाते हैं. ऐसे में अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. एक क्लब के जरिए बच्चों को नई-नई जानकारियां दी जाएगी. इसके साथ ही उन्हें कई क्षेत्रों के अच्छे कार्य समझे जाएंगे. अभिभावकों और विभाग के अधिकारियों की माने तो इस काम से काफी फायदा होगा.बात अगर अमेठी जिले की करें तो अमेठी जिले में चार तहसीलें में करीब 1570 से अधिक परिषदीय विद्यालय हैं. इन विद्यालयों में इको क्लब का गठन किया जाएगा. इसके साथ ही 1574 विद्यार्थियों को हर विद्यालय से प्रधानमंत्री बनने की जिम्मेदारी दी जाएगी. इसके साथ ही बच्चों को 11 सदस्य कैबिनेट में भी शामिल किया जाएगा. जो इस कैबिनेट के सदस्य बनेंगे बच्चों को पर्यावरण स्वच्छता बागवानी के साथ सेवायोजन यानी रोजगार के क्षेत्र में नई-नई जानकारियां दी जाएगी. इससे बच्चों को फायदे होंगे और प्रशिक्षण के जरिए बच्चे रोजगार के नए-नए आयाम सीख सकेंगे.इनको दी गई जिम्मेदारीजिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी के साथ प्रधानाध्यापकों को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसकी जिम्मेदारी दी है की तय समय में क्लब का गठन कर लिया जाए और बच्चों को रोजगार से जोड़ा जाए. वही इस पहल को लेकर एक अभिभावक रामकुमार मौर्य ने कहा कि इससे बच्चों को फायदे होंगे. बच्चे हमारी नई-नई जानकारियां सीखेंगे तो उन्हें रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. यह बहुत ही अच्छी पहल सरकार की तरफ से की जा रही है. परिषदीय विद्यालयों में लगातार नई सुविधा हमारे बच्चों को दी जा रही है. जिससे हम काफी खुश हैं.बच्चे होंगे जागरूक मिलेंगे कई बेहतर अवसरजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार तिवारी ने बातचीत में बताया कि इको क्लब का गठन करना बच्चों को नई-नई गतिविधियों से जोड़ना. यही विभाग का उद्देश्य है इसके तहत इस पूरे जिले में इस क्लब के गठन से बच्चों को रोजगार के क्षेत्र में और अन्य क्षेत्रों में नए अवसर मिलेंगे और उन्हें नई जानकारी होगी. इससे बच्चों को और उनके अभिभावकों को भी काफी फायदे होंगे.FIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 12:22 IST