दिल्ली से उत्तराखंड तक है दिवाली के इस खास आइटम की डिमांड, बरेली में हो रहा है तैयार

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दिल्ली से उत्तराखंड तक है दिवाली के इस खास आइटम की डिमांड, बरेली में हो रहा है तैयार

बरेली: इस बार की दिवाली काफी खास होने वाली है क्योंकि इस बार मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों की जिंदगी में भी खुशियों का माहौल है. दरअसल, अब लोग प्लास्टिक आदि से बने सजावट के सामानों की जगह मिट्टी के दियों से सजावट करना पसंद कर रहे हैं. इससे देश और समाज को भी काफी फायदा हुआ. एक तरफ प्लास्टिक का इस्तेमाल कम हुआ और दूसरा कुम्हारों के दिए की बिक्री होने से उनकी भी दिवाली रोशन हो रही है. बरेली शहर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.

बरेली के शामत गंज, डोरा रोड फतेहगंज पश्चिम समेत कई जगह दिल्ली और उत्तराखंड सहित कई अन्य शहरों से दीए बनाने के ऑर्डर आए जा रहे हैं. अब तक 5 से 6 लाख दिए सप्लाई कर भी दिए गए हैं. पंजाब में लोग खुद ही दिए बनाते हैं. मिट्टी के रंग-बिरंगे पंचमुखी दिए भी काफी बिक रहे हैं.

कुम्हार इन दियों को बनाने के लिए पास के गांव से 1,000-1,500 रुपये प्रति बैलगाड़ी मिट्टी खरीदते हैं. दीयों को पकाने के लिए 2.5 रुपये प्रति कंडे के हिसाब से हजारों कंडे भी लेते हैं. इसके अतिरिक्त वह दीए बनाने के लिए मिट्टी 700 रुपये प्रति तांगा खरीदते हैं. लखनऊ, मेरठ और हरिद्वार के ग्राहकों के चार लाख रुपये के दीयों के आर्डर पूरे कर चुके हैं. अभी कुछ आर्डर और पूरा करना है.

किस तरह पूरा करते हैं इतना आर्डरजब इन क्षेत्रों के कुम्हारों से पूछा गया कि वह किस प्रकार इन ऑर्डर को कंप्लीट करते हैं और कैसे दीए बनाते हैं तो इस पर शहामतगंज चौराहे के पास दिया बेचने वालों ने बताया कि वे खुद ही दीए तैयार करते हैं. उनके पास दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों से दीयों के आर्डर आए हैं.

फतेहगंज पश्चिमी के हरप्रसाद कुम्हार ने बताया कि वह दीये बनाने के लिए अपने तीन बीघा खेत से मिट्टी खोदते हैं. दिवाली से पहले उन्होंने काफी दीये तैयार कर लिए हैं. देवरनिया के दुकानदार ने बताया कि वह मिट्टी पास के ही गांव से 1,000-1,500 रुपये प्रति बैलगाड़ी खरीदते हैं. दीयों को पकाने के लिए 2.5 रुपये प्रति कंडे के हिसाब से हजारों कंडे भी लेते हैं.

उन्होंने ने बताया कि वह अब तक तीन लाख दीये दिल्ली और अल्मोड़ा भेज चुके हैं. सुरेश शर्मा नगर चौराहे के पास दीये की बिक्री कर रहे अभिषेक ने बताया कि वह दीये बनाने के लिए मिट्टी 700 रुपये प्रति तांगा खरीदते हैं. लखनऊ, मेरठ और हरिद्वार के ग्राहकों के चार लाख रुपये के दीयों के आर्डर पूरे कर चुके हैं. अभी कुछ आर्डर और पूरा करना है.

रंग-बिरंगे डिजाइन वाले पंचमुखी दिए भी खूब बिकेइस दिवाली लोग मिट्टी के दिए काफी पसंद कर रहे हैं. शहामतगंज की दुकानों पर रंग-बिरंगे दीयों के साथ-साथ पंचमुखी दीयों को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं. इनकी कीमत 25 से 30 रुपये तक है. वहीं 100 सादे छोटे दीये 20 से 25 रुपये में और बड़े साइज वाले दीये 50 से 60 रुपये में बिक रहे हैं. बड़े दीये तीन, पांच और 10 रुपये तक में बिक रहे हैं.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : October 29, 2024, 20:37 IST

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