अयोध्या : 7 साल से छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या के सरयू तट पर ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस साल दीपोत्सव-2024, 30 अक्टूबर को आयोजित किया जा रहा है. दीपोत्सव में त्रेता युग की अयोध्या की झलक दिखाई देगी. जिस तरह भगवान राम लंका विजय करके अयोध्या लौटे थे और अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था वही दृश्य एक बार फिर दीपोत्सव के दौरान दिखाई देगा. आसमान में आतिशबाजी में रामायणकालीन दृश्य दिखाए जाएंगे. लेजर शो के जरिए भी राम की गाथा को प्रदर्शित किया जाएगा. मुख्य आकर्षण सरयू तट के किनारे स्थित राम की पैड़ी पर होने वाले 25 लाख दीपों का दीपोत्सव और लाइट एंड साउंड शो का प्रदर्शन होगा. बीते 7 साल से तीन दिन के लिए राम की पैड़ी परिसर में लेजर लाइट शो का आयोजन किया जाता है.पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरपी यादव ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहली बार दीप उत्सव मनाया जा रहा है. 28 से 30 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले दीपोत्सव के जरिए त्रेतायुग को जीवंत करने का प्रयास किया जाएगा. दीपोत्सव के मौके पर 2 विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी जारी है. पहला रिकार्ड 1,100 लोग एक साथ आरती करके बनाएंगे. वहीं 25 लाख दीप जलाकर दूसरा गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाया जाएगा. संस्कृति विभाग की तरफ से आधुनिक तकनीक से सुसज्जित मंच एवं प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. साथ ही 10 बड़े सांस्कृतिक मंचों के जरिए नई तकनीकों के माध्यम से त्रेतायुग की झलकियां प्रदर्शित की जाएंगी.अयोध्या के संतों में भी उत्साहअयोध्या के संतों ने उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा की जा रही पहल का स्वागत करते हुए कहा कि अयोध्या को त्रेता की अयोध्या के तौर पर सजाया जाना चाहिए और इस बार पूरे उत्साह से हर वर्षों से ज्यादा उत्साह दिखाते हुए दीपावली मनाई जानी चाहिए. भगवान राम लला भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं और यह मौका है जब ऐतिहासिक दीपोत्सव से भगवान के मंदिर में विराजमान होने की खुशियां मनाई जाए.FIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 20:20 IST