हाइलाइट्सहरदोई में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली युवक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमे खुद को जिम्मेदार बताया मृतक युवक आईपीएस बनना चाहता था, जिसकी वह तैयारी कर रहा था हरदोई. उत्तर प्रदेश के हरदोई में आईपीएस बनने की ख्वाहिश रखने वाले पॉलिटेक्निक से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर चुके एमए के छात्र ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पास मिले सुसाइड नोट में युवक ने अपनी मौत के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है. सुसाइड नोट में उसने गुडबाय, बैडलाइफ एंड बैडलक और नाम के आगे इंजीनियर भी लिखा है.
हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के पलिया गांव निवासी 22 मनीष कुमार फर्रुखाबाद के बद्री विशाल पीजी कॉलेज में एमए इतिहास का छात्र था. पिता सर्वेश कुमार के मुताबिक मनीष खेत में मवेशियों के लिए तैयार हो रही बरसीम में पानी लगा रहा था. इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद मनीष का शव सांडी क्षेत्र के हरदोई मार्ग पर पक्षी विहार के पास स्थित एक आश्रम के सामने पेड़ पर रस्सी के फंदे से लटका मिला. राहगीरों ने शव देखकर सांडी थाने की पुलिस को जानकारी दी. मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने शव की तलाशी ली. इस दौरान शव के पास से बद्री विशाल कॉलेज का परिचय पत्र मिला. एक मोबाइल फोन और एक हजार रुपये भी मिले. शव के पास ही एक बैग भी रखा था, इसमें कुछ कपड़े और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों की किताबें भी थीं. मोबाइल में दर्ज नंबरों से परिजनों को सूचना दी गई.
यह भी पढ़ें: यूपी में बन रहा ऐसा हथियार, खरीदने टूट पड़े अमेरिका सहित कई देश, मिनटभर में उगलती है 20 गोलियां
IPS बनना चाहता था मनीषपिता सर्वेश कुमार ने बताया कि मनीष पाॅलिटेक्निक से सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कर चुका था, अप्रेंटिस भी की थी. वह आईपीएस बनना चाहता था, इसलिए इतिहास विषय से परास्नातक की पढ़ाई कर रहा था. सुसाइड नोट में मनीष ने अपनी मौत के लिए खुद को जिम्मेदार बताया है. सुसाइड नोट की आखिरी लाइन में उसने लिखा है…. गुड बाय, बैड लाइफ, बैड लक. मनीष तीन भाइयों में सबसे बड़ा था. पिता घरों में ट्यूशन पढ़ाते हैं. बेटे की मौत से पिता सर्वेश और मां संतोषी बदहवास हो गईं. अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेंद्र ने बताया कि खुदकुशी का मामला है. फोरेंसिक टीम ने भी मौके से नमूने जुटाए हैं. शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
Tags: Hardoi News, UP latest newsFIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 12:17 IST