Sperm Count Kam Hone Ke lakshan: लेट शादी, तनाव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण पुरुषों की प्रजनन क्षमता एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है. कंसीव करने के लिए स्पर्म काउंट प्रति मिलीलीटर सीमन में 15 मिलियन से अधिक होना चाहिए. इससे कम होने पर लो स्पर्म काउंट माना जाता है.
ऐसे में यदि आप सेक्सुअल डिसफंक्शन, टेस्टीक्युलर संबंधित समस्या और बॉडी और फेस के हेयर ग्रोथ में बदलाव का अनुभव कर रहे हैं, तो यह आपके सीमेन में लो स्पर्म काउंट का संकेत हो सकता है. बताया जाता है कि ऐसा आमतौर पर इन वजहों के कारण होता है, जिसे पुरुषों रोज कई बार दोहराते हैं.
धूम्रपान
सिगरेट फूंकना मर्दों में बहुत आम है. लेकिन धूम्रपान सिर्फ फेफड़ों के लिए नहीं, बल्कि प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है. अध्ययनों में पाया गया है कि धूम्रपान करने वाले पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होता है और इसकी गतिशीलता भी प्रभावित होती है.
शराब का सेवन
आज के समय में कम उम्र से ही लड़के शराब का सेवन करने लगे हैं. बिना यह जाने की अधिक शराब पीने की आदत पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है.जो पुरुष नियमित रूप से अधिक शराब का सेवन करते हैं, उनमें टेस्टोस्टेरोन का स्तर घटता है, जिससे पर्याप्त स्पर्म नहीं बन पाते हैं.इससे न केवल स्पर्म की संख्या घटती है, बल्कि उनकी गतिशीलता भी कम होती है.
इसे भी पढ़ें- शराब पीने के शौकीन, तो जान लें सिर्फ लिवर डैमेज नहीं इन 6 कैंसर को भी न्योता दे रहे आप
तनाव
ज्यादा तनाव लेने से शरीर में कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है. इससे स्पर्म की संख्या में कमी आ सकती है. इसलिए, तनाव प्रबंधन तकनीकों जैसे योग, ध्यान और शारीरिक व्यायाम को अपनाना महत्वपूर्ण है.
अनहेल्दी फूड्स
डाइट भी प्रजनन क्षमता पर असर डाल सकती है. फास्ट फूड, चीनी और वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में सूजन और वजन बढ़ सकता है, जो स्पर्म प्रोडक्शन को प्रभावित करता है. विटामिन और खनिजों की कमी, विशेषकर जिंक, सेलेनियम और फॉलिक एसिड, स्पर्म की गुणवत्ता को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है.
बहुत अधिक गर्मी में रहना
पुरुषों के लिए शरीर के निचले हिस्से में अत्यधिक गर्मी भी स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकती है. ऐसे में लंबे समय तक हॉट बाथ, टाइट अंडरवियर और गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से बचने की सलाह दी जाती है. वरना टेस्टिकल्स का तापमान बढ़ने से स्पर्म के डैमेज होने का खतरा रहता है.
इसे भी पढ़ें- लैपटॉप चलाते समय ये गलती बना देती है पुरुषों को बांझ, 95% लड़के रोज करे रहे ये काम
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.