05 श्री कृष्ण अर्जुन से आगे कहते हैं, पार्थ वह बेटियां ही है जो इस सृष्टि को चलाती हैं. जिस दिन इस सृष्टि में बेटियों का जन्म लेना बंद हो जाएगा, उस दिन ये सृष्टि रुक जाएगी. फिर कुछ ही दिनों में इस सृष्टि का विनाश हो जाएगा. वह बेटियां ही हैं जो पुत्री के रूप में माता-पिता को सबसे ज्यादा प्यार देती हैं. फिर जब वह शादी के बाद ससुराल जाती है तो, वहां बहु और पत्नी के रूप में अपना प्रेम बांटती हैं. उसके बाद जब वह मां बनती हैं तो, अपने बच्चे पर सर्वश्व लुटा देती हैं. बेटा तो एक कुल चलाता है, लेकिन बेटियां दो कुलों का नाम रोशन करती हैं.