Why Intermittent Fasting is Not Good For Everyone Major Myth Busted By Nutritionist | इंटरमिटेंट फास्टिंग फायदेमंद, लेकिन हर किसी के लिए क्यों नहीं है सही? न्यूट्रीशनिस्ट ने बताई वजह

admin

Why Intermittent Fasting is Not Good For Everyone Major Myth Busted By Nutritionist | इंटरमिटेंट फास्टिंग फायदेमंद, लेकिन हर किसी के लिए क्यों नहीं है सही? न्यूट्रीशनिस्ट ने बताई वजह



Why Intermittent Fasting is Good For Everyone: हम में से ज्यादातर लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदों को बारे में सुना है. भारत में भी व्रत और रोजा जैसे पवित्र धार्मिक विधियों को अपनाया जाता है. इसके अलावा जो लोग वजन घटाने की कोशिश करते हैं उनको ये तरीका सबसे असरदार नजर आता है, लेकिन क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग हर किसी के लिए काम करता है.

हर किसी के लिए क्यों सही नहीं है इंटरमिटेंट फास्टिंग?
भारत की मशहूर न्यूट्रीशनिस्ट लवनीत बत्रा (Lovneet Batra) का मानना है, “हर कोई फास्टिंग की ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहा है. लेकिन क्या ये आपके लिए है? हां, इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई बेनिफिट्स हैं, लेकिन इस ट्रेंड को अपनाने से पहले ये जानना जरूरी है कि क्या यही सही अप्रोच है”

1. हार्मोनल हेल्थ की चिंताएं (Hormonal Health Concerns)
फास्टिंग थायराइड के मरीजों का नुकसान कर सकता है जिससे आपका थायरॉयड ओवरवर्ड करना पड़ सकता है. ये मेंस्ट्रुअल साइकिल और फर्टिलिटी पर भी असर डाल सकता है
2. फिजिकल और मेंटल परफॉर्मेंस (Physical & Mental Performance)
ये उन लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है जो हाई लेवल के फिजिकल और मेंटल वर्क करते हैं जैसे कि एथलीट और कई डिमांडिंग जॉब करने वाले लोग. फास्टिंग से एनर्जी की कमी, एकाग्रता की कमी और खराब परफॉर्मेंस का सामना करना पड़ सकता है. 
3. ब्लड शुगर लेवल पर असर (Impact On Blood Sugar Levels)

डायबिटीज या दूसरे ब्लड शुगर रेगुलेशन की परेशानियों से जूझ रहे लोगों को ग्लूकोज के लेवल को बनाए रखने के लिए अपनी एक्टिविटीज, नींद और भूख के मुताबिक खाने की जरूरत होती है. इंटरमिटेंट फास्टिंग इन लोगो के लिए खतरनाक लेवल का शुगर ड्रॉप और स्पाइक्स का कारण बन सकता है.
 

आपको क्या करना चाहिए?
न्यूट्रीशनिस्ट लवनीत बत्रा के मुताबिक आपको इसके लिए पर्सनल अप्रोच लेना होगा. उनका कहाना है कि हर इंसान को यूनिक तरीके की न्यूट्रीशनल जरूरतें होती हैं, जिसे उम्र के हिसाब से ध्यान में रखा जाना चाहिए. इसमें अपनी पसंद, जरूरत, हेल्थ कंडीशन, फिजिकल एक्टिविटीज, भूख और स्लीप रूटीन का ख्याल करना होगा.

(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)



Source link