अयोध्या. प्रभु राम की नगरी अयोध्या में इन दिनों एक तोते की चर्चा जोरों पर है. धर्मानगरी अयोध्या के एक घर से तोता पिंजरे से आजाद हुआ तो उसको पकड़ने के लिए जगह-जगह पर पोस्टर लगाए हैं. पोस्टर में साफ लिखा गया है कि तोते को पकड़ने वाले को 10 हजार इनाम दिया जाएगा. लेकिन, इसी धर्म नगरी अयोध्या में पिंजरे में कैद तोते को 15 वर्षों से आजादी भी दिलाने वाले लोग भी हैं.
15 वर्षो से तोते को पिंजरे से दिलाते हैं मुक्ति
अब इसे संयोग कहें या फिर एक पक्षी का इंसान के प्रति प्रेम, अयोध्या में एक तरफ तोते को पकड़ने वाले को इनाम दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ एक संत 15 वर्षों से पिंजरे में कैद तोते को आजाद करने में लगे हुए हैं. बता दें कि प्रभु राम की नगरी अयोध्या के सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में संत सह पहलवान मनी रामदास रहते हैं, जो विगत 15 वर्षों से पिंजरे में बंद तोते को खरीद कर उन्हें आजाद करते हैं. उनका कहना है कि पक्षी को पिंजरे में नहीं कैद किया जाता है क्योंकि भगवान ने उनको पंख दिया है तो उन्हें आकाश में उड़ने देना चाहिए. विगत 15 वर्षों से मणिराम दास अपने खर्चे से तोते को खरीदते हैं और साल में 15 से 20 तोते को पिंजरे से खोलकर उन्हें आसमान में आजाद कर देते हैं. लेकिन, वे बताते हैं कि ऐसा करने से मन को शांति मिलती है.
हर साल 15 से 20 तोते को करते हैं आजाद
संत मणिराम दास ने लोकल 18 को बताया कि अगर कोई पक्षी पिंजरे में कैद रहता है तो उसे हम आजाद करते हैं, इससे मन को शांति और दिल को सुकून मिलता है. पक्षी पिंजरे में कैद रहती है तो घुटन महसूस होता है. भगवान ने पंख दिया है तो उसे उड़ने देना चाहिए. कुछ व्यापारी तोते को पिंजरे में कैद करते हैं और इनका व्यवसाय करते हैं. उन व्यापारियो से तोते को खरीद लेते हैं और सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी लाकर पिंजरे से उनको आजादी दिलाते हैं. यह कार्य पिछले 15 से 20 वर्षों से करते आ रहे हैं और खास बात यह है कि प्रतिवर्ष 15 से 20 तोते को हम आजादी भी दिलाते हैं. वहीं दूसरी तरफ सतीश यादव ने लोकल 18 को बताया कि मनी रामदास महाराज विगत कई वर्षों से तोते को बाजार से खरीद कर लाते हैं और इन्हें पिंजरे से आजाद करते हैं. इनका यह कार्य सराहनीय है.
Tags: Ajab Gajab news, Ayodhya News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 17:59 IST