प्रयागराज. उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा शुरू की गई एक जिला एक उत्पाद योजना ना केवल उस जिले की पहचान बढ़ा रही है बल्कि किसी उत्पाद के बदौलत उसे जिले के हजारों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. यही नहीं भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक राज्य के एक गांव को क्राफ्ट विलेज एवं टूरिज्म विलेज बनाने के लिए गोद लिया गया था. इसमें प्रयागराज का महेवा गांव भी शामिल है.
प्रयागराज का यह गांव है क्राफ्ट टूरिज्म विलेज
प्रयागराज के यमुना पार स्थित महुआ गांव को भारत सरकार की ओर से चुना गया था. इस गांव के लोग अब एक जिला एक उत्पाद के तहत प्रयागराज के मूंज को लेकर हैंडमेड सामाग्री बना रहे हैं. मूंज से बने उत्पाद ही इस गांव को भारत के विशेष गांव में शामिल कर दिया है. हाल ही में यहां एक क्राफ्ट टूरिज्म मेला भी लगाया गया था. जिसमें स्थानीय उत्पादों को देखने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह आए थे.
मूंज से बनाते हैं ये उत्पाद
इस गांव की सैकड़ों महिलाएं प्रयागराज में गंगा किनारे मिलने वाले जंगली घास यानी मूंज का उपयोग करक कई तरह की प्रोडक्ट तैयार करती हैं. जिसमें डलिया, रोटी रखने का बर्तन, सजावटी झालर, पानी ढकने का प्लेट एवं अन्य उत्पाद बनते हैं. जिसकी बाजार में काफी डिमांड होती है. वहीं अन्य उत्पादों के लिए प्रयोग होने वाले कच्चा माल खेत में उगाया जाता है या फिर कहीं और मंगाया जाता है. मूंज गंगा और यमुना नदी के किनारे के इलाकों में जंगली घास की तरह है. यहां की महिलायें किसान से मूंज से खरीदती हैं.
50 से लेकर 2 हजार तक का उत्पाद करती है तैयार
महेवा गांव की रहने वाली बेबी ने लोकल 18 को बताया कि यहां से तैयार उत्पाद को शिल्प मेला में भेजा जाता है. इसके अलावा बहुत से ग्राहक घर पर ही सामान लेने चले आते हैं. बेबी ने बताया कि उनकी बेटी के द्वारा एक बड़ा सा डलिया तैयार किया गया है, जो 800 रूपए का है. इस डलिया को प्रयागराज के व्यापारी ने ऑर्डर देकर बनवाया है. उन्होंने बताया कि तैयार किए गए उत्पाद की कीमत 50 से लेकर 2 हजार रूपए तक है.
Tags: Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 14:50 IST