अमेठी. यूपी के अमेठी का संजय गांधी अस्पताल एक बार फिर विवादों में फसता नजर आ रहा है. पिछले एक सप्ताह से निमोनिया का इलाज करा रहे एक बच्चे की आज दोपहर इंजेक्शन लगने के बाद नाक और मुंह से खून निकलने लगा. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों ने गलत इंजेक्शन देकर अस्पताल प्रशासन पर मौत का आरोप लगाया है. बच्चे की मौत के बाद बड़ी संख्या में परिजन और ग्रामीण अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे हैं. एतिहात के तौर पर अस्पताल में कई थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया है.दरअसल ये पूरा मामला मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के संजय गांधी अस्पताल का है. जहां संग्रामपुर थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव के रहने वाले फूलचंद के दो वर्षीय बेटे का निमोनिया के चलते 1 सितंबर से अस्पताल में इलाज चल रहा था. इलाज के बाद बच्चा स्वस्थ भी हो गया था और अस्पताल परिसर में घूम टहल भी रहा था. आज दोपहर अचानक मौके पर पहुंचे डॉक्टर ने बच्चों को एक साथ दो इंजेक्शन लगा दिए जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और मुंह और नाक से खून आ गया. कुछ ही मिनट में बच्चे ने दम तोड़ दिया. बच्चे की मौत की जानकारी लगते ही परिजन अस्पताल में हंगामा करने लगे और ग्रामीणों को सूचना दे दी. सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे.वहीं पीड़ित फूलचंद के मुताबिक उसके बेटे को निमोनिया के लिए इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था लेकिन आज दोपहर डॉक्टर अमित आए और उन्होंने दो इंजेक्शन लगा दिया. इंजेक्शन लगते ही बेटे के मुंह और नाक से खून निकलने लगा और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर स्थानीय पुलिस के अलावा कई थानों की फोर्स को भी तैनात किया गया है.FIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 23:31 IST