‘बोल्ट और फेल्प्स को भी बैन करो..’ ओलंपिक में गोल्ड मेडल वाले विवाद पर क्या बोलीं तापसी पन्नू

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'बोल्ट और फेल्प्स को भी बैन करो..' ओलंपिक में गोल्ड मेडल वाले विवाद पर क्या बोलीं तापसी पन्नू



Tapsee Pannu:  पेरिस ओलंपिक 2024 बड़े विवादों के चलते चर्चा में रहा. कभी भारतीय कुश्ती स्टार विनेश फोगाट पर तो कभी बॉक्सिंग में अल्जीरिया के इमान खलीफ के लिंग पात्रता के मुद्दे पर. अब बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू ने अपनी फिल्म को जोड़ते हुए इस मुद्दे को एक बार फिर हवा दे दी है. इमान खलीफ ने भले ही गोल्ड मेडल जीता लेकिन कई जगहों पर महिला मुक्केबाजी में भाग लेने को लेकर उनकी कड़ी आलोचना हुई. इमान को कई लोगों ने लड़का बताया. सोशल मीडिया पर भी भारी आलोचना देखने को मिली. लेकिन तापसी पन्नू ने इसके विपरीत इमान खलीफ का सपोर्ट किया है. 
इमान खलीफ ने जीता गोल्ड
खलीफ ने चीन की यांग लिऊ को फाइनल में हराकर वेल्टरवेट (66 किग्रा महिला) मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता था. लेकिन इससे पहले टेस्टोस्टेरॉन और जेंडर टेस्ट में फेल होने के कारण उन्हें विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने से रोक दिया गया था. कई बार वह इसको लेकर विवादों में  रहीं. उनके सामने पेरिस ओलंपिक के शुरुआती मैच में इटली की एंजेलिना कैरानी ने सिर्फ 46 सेकंड में हार मान ली थी, जिससे बखेड़ा खड़ा हो गया था. पिछले साल नई दिल्ली में हुई महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भी उन्हें टेस्टोस्टेरॉन लेवल ज्यादा होने के कारण बाहर कर दिया गया था. अब तापसी पन्नू ने अपनी फिल्म ‘रश्मि रॉकेट’ को भी इससे जोड़ा.
‘रश्मि रॉकेट’ से जोड़ा मुद्दा
तापसी ने इस मुद्दे को अपनी फिल्म से जोड़ा. उन्होंने एनआई से बातचीत में कहा, ‘मैंने उस विषय पर एक भूमिका निभाई. मैंने ‘रश्मि रॉकेट’ नामक एक फिल्म की, जो एक महिला एथलीट पर प्रतिबंध लगाने के बारे में है. क्योंकि उसमें टेस्टोस्टेरोन का उच्च स्तर पाया गया था. मेरा मतलब है कि हमने अपने विचार प्रस्तुत किए और इसलिए आप जानते हैं कि मुझे जिस तरह की फिल्में मिलती हैं. उनकी खूबसूरती यह है कि कभी-कभी मेरी फिल्में उन मुद्दों के बारे में बात करती हैं, जिन पर मैं व्यक्तिगत रूप से विश्वास करती हूं, बिना किसी बाहरी बयान के.’
उसैन बोल्ट और माइकल फेल्प्स के लिए कही बड़ी बात
तापसी पन्नू ने फर्राटा किंग उसैन बोल्ट और माइकल फ्लेप्स को लेकर भी बड़ी बात कह दी. उन्होंने इस विवाद पर आगे कहा, ‘वह एक ऐसी फिल्म थी जिसके बारे में मैंने बात की थी. मैंने एथलीट की भूमिका निभाई थी. यह मेरे नियंत्रण में नहीं है कि मेरे हॉरमोन क्या हैं. ऐसा नहीं है कि मैंने सप्लीमेंट्स लिए हैं. ऐसा नहीं है कि मैंने कोई हॉरमोन इंजेक्ट किया है. यह सिर्फ मेरे साथ पैदा हुआ था. फिल्म में हमारा तर्क यह था कि बहुत सारे एथलीट हैं जो दूसरों से बढ़त के साथ पैदा होते हैं. उसैन बोल्ट और माइकल फेल्प्स की तरह, ये सभी लोग भी दूसरों की तुलना में एक निश्चित जैविक बढ़त के साथ पैदा होते हैं. उन्हें प्रतिबंधित क्यों नहीं किया जाता?’ 
उन्होंने आगे कहा, ‘केवल उसी व्यक्ति को क्यों प्रतिबंधित किया जाता है जिसके टेस्टोस्टेरोन का स्तर अधिक होता है? अगर उसने इस विशेष प्रतियोगिता के लिए इंजेक्शन लिया है, तो निश्चित रूप से यह अवैध होना चाहिए और उसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. लेकिन अगर उसने ऐसा नहीं किया है, तो किसी ऐसी चीज से जो उसके नियंत्रण में नहीं है आपने उसे प्रतिबंधित कर दिया है, तो यही वह किरदार है जिसे मैंने फिल्म में भी निभाया है.’



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