Paris Olympics 2024: ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता भारतीय पुरूष हॉकी टीम के सदस्यों का शनिवार की सुबह पेरिस से दिल्ली पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. भारतीय पुरूष हॉकी टीम गुरुवार को स्पेन को ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में 2-1 से हराकर हॉकी में 13वां ओलंपिक पदक जीतकर लौटी. भारतीय हॉकी की दीवार गोलकीपर पी आर श्रीजेश पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह में दो पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर के साथ भारत के ध्वजवाहक होंगे.
हॉकी टीम का जोरदार स्वागत
श्रीजेश, अमित रोहिदास, राजकुमार पाल, अभिषेक, सुखजीत सिंह और संजय समापन समारोह के बाद लौटेंगे. कप्तान हरमनप्रीत सिंह और टीम का फूलों की मालाओं और ढोल ताशे के साथ इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर स्वागत किया गया. हरमनप्रीत ने मीडिया से कहा, ‘हमें पूरा सहयोग मिला और हमारी सारी जरूरतें पूरी की गई. हम धन्यवाद देना चाहते हैं. हॉकी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है. इस प्यार से हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है. हम हर बार पदक जीतकर लौटने की कोशिश करेंगे.’ हरमनप्रीत ने पेरिस ओलंपिक में सर्वाधिक 10 गोल दागे.
(@ANI) August 10, 2024
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हॉकी टीम ने रचा इतिहास
आठ बार की चैम्पियन भारतीय पुरूष हॉकी टीम का यह 13वां ओलंपिक मेडल है और पचास साल बाद लगातार दो ओलंपिक में पदक जीते हैं. इससे पहले 1968 में मैक्सिको और 1972 में म्युनिख ओलंपिक में भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. जीत के बाद श्रीजेश को कंधे पर बिठाकर मैदान का चक्कर लगाने वाले कप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ टीवी के सामने नजरें गड़ाए बैठे करोड़ों भारतीयों की भी आंखें नम हो गई. ओलंपिक पदक के साथ विदा लेने वाले श्रीजेश जीत के बाद गोलपोस्ट के ऊपर जाकर बैठे तो अपने जज्बात पर काबू नहीं रख सके.
भारतीय पुरूष हॉकी टीम को अब तक ओलंपिक में मिले पदक
1928 , एम्सटर्डम , स्वर्ण
1932, लॉस एंजिलिस, स्वर्ण
1936 , बर्लिन , स्वर्ण
1948 , लंदन , स्वर्ण
1952 , हेलसिंकी , स्वर्ण
1956, मेलबर्न, स्वर्ण
1960 , रोम , रजत
1964 , तोक्यो , कांस्य
1968, मैक्सिको, कांस्य
1972 , म्युनिख, कांस्य
1980 , मॉस्को , स्वर्ण
2021, तोक्यो , कांस्य
2024, पेरिस, कांस्य