शाहजहांपुर: बरसात के मौसम में सांप के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. सांप काटने के बाद लोग झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं. समय पर चिकित्सकीय परामर्श ना मिलने की वजह से लोग अपनी जान भी गवा देते हैं. स्नेक बाइट एक्सपर्ट का कहना है कि सांप की कुछ ऐसी नस्लें हैं, जिनके काटने पर अगर जरा सी भी लापरवाही बरती जाए तो मरीज की जान जा सकती है.
मिशन स्नेक डेथ फ्री इंडिया के कोऑर्डिनेटर डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि बरसात के मौसम में खेत किनारे बने हुए घरों में सांप घुसने की घटना ही ज्यादा सामने आती हैं. कई बार खेतों में काम करने वाले किसान और मजदूर भी सर्पदंश का शिकार हो जाते हैं. भारत में जहरीले सांपों की बात की जाए तो करैत, कोबरा, रसेल वाइपर और सा स्केल वाइपर बेहद जहरीले होते हैं. जिनके काटने से इंसान की मौत तक हो जाती है. इन जहरीले सांपों के काटने से हर साल करीब 50 हजार लोग अपनी जान गवा देते हैं. सर्पदंश से होने वाली मौत पर उत्तर प्रदेश सरकार राज्य आपदा के तहत 4 लाख रुपए की सहायता भी देती है.
कैसे करें कोबरा की पहचान?डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि जहरीले सांपों में कोबरा नंबर 1 पर है. जिसके एक बार काटने से मरीज की जान जाना तय होती है. यह सांप खतरा देख कर अपना फन फैला लेता है. इसके फन के पीछे वाली हिस्से पर U के आकार का निशान बना रहता है. यह फन फैलाने के बाद फूंकार भरता है. हालांकि यह जल्दी नहीं काटता लेकिन इसके एक बार काटने के बाद मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए, अन्यथा मरीज की जान जा सकती है. मेल कोबरा की लंबाई 4 से 5 फीट और फीमेल कोबरा 3 फीट लंबी होती है. फीमेल कोबरा मेल कोबरा के मुकाबले पतली होती है.
साइलेंट किलर है करैतडॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि जहरीले सांपों में करैत भी शुमार करता है. करैत रात्रिचर होता है. यह साइलेंट किलर के तौर पर जाना जाता है. यह बिस्तर में घुसकर भी काट लेता है. यह हाथ के अंगूठे के बराबर की मोटाई का होता है. यदि उसके मुंह से पूंछ की ओर 6 इंच के बाद छल्ले के आकार के निशान बने रहते हैं. इसकी लंबाई करीब 1 मीटर होती है. यह चुपके से वार करता है. इसके काटने के 2 घंटे के बाद मरीज को लक्षण महसूस होते हैं. करैत के काटने के बाद कई बार मरीज को एंटी वेनम देने के साथ वेंटिलेटर पर भी ले जाना पड़ जाता है. वहीं अगर वेंटीलेटर या फिर एंटी वेनम समय पर ना मिले तो मरीज की मौत हो सकती है.
जूते को फाड़ने की दम रखता है रसल वाइपरडॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि रसल वाइपर भी बेहद जहरीला होता है. इसके पूरे शरीर पर चैन के आकार के चॉकलेट कलर के निशान बने रहते हैं. यह सिटी बजाने की आवाज निकालता है. इसके दांत बेहद ही नुकीले होते हैं. इसके दांतों की लंबाई करीब 15 मिली मीटर तक होती है. इसके दांत जूते को फाड़ने की दम रखते हैं.
शरीर से आवाज निकालता है ये सांपडॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि सॉ स्कैल्ड वाइपर जिसके शरीर पर आरी के दातों की तरह निशान बने रहते हैं. यह चलते समय आवाज करता है, यह आवाज इसके शरीर के आपस में रगड़ने के बाद ही आती है. इस सांप की खास बात यह है कि यह पीछे की ओर चलता है. यह बेहद जहरीला होता है. इसके काटने के बाद तुरंत एंटी वेनम की जरूरत होती है. ऐसे में जरूरी है कि मरीज को झाड़ को करने के चक्कर में समय बर्बाद ना करें.
जहरीले सांप के काटने के लक्षणडॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि जहरीले सांप के काटने शरीर पर दो डॉट (1 इंच की दूरी पर) की तरह निशान बनते हैं, जबकि कम जहर वाले सांप के काटने के बाद रगड़ वाले निशान बनते हैं. जहरीले सांपों से बचने के लिए खेतों और झाड़ियां में जाते समय टॉर्च लेकर जाएं, जूते पहन कर चलना चाहिए और सांप के काटने के बाद मरीज को लेकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंचना चाहिए. जहां एंटी वेनम मौजूद होती है. मरीज की जान को बचाया जा सकता है.
Tags: Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 09:51 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.