DCP Story: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में एक महिला से बदसलूकी हुई. महिला का कसूर सिर्फ इतना था कि वह कैब बुक करके कहीं से आ रही थी. अगर यह हरकत कोई और करता तो शायद बात कुछ और होती, लेकिन उसके साथ बदसलूकी करने वाले खुद कानून के रखवाले थे. वर्दी की ताकत में उन्होंने न केवल महिला के साथ दुर्व्यवहार किया, बल्कि उसे कॉलगर्ल तक कह दिया. इसके बाद, जबरदस्ती उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर ले भी गए. कैब चालक से मारपीट की, उसकी गाड़ी में से पैसे भी निकाले. बाद में जब कैब चालक ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की, तो उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की. हद तो तब हो गई जब महिला डीसीपी सुनीता को एक महिला का दर्द भी नहीं दिखा, और उन्होंने महिला होकर भी इस पीड़ित का साथ नहीं दिया.
कौन हैं DCP सुनितिआरोप है कि नोएडा सेंट्रल की DCP सुनिति ने इस घटना को दो दिनों तक दबाए रखा और उन्होंने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया. अब उनकी जगह शक्ति मोहन अवस्थी को नोएडा सेंट्रल का नया DCP नियुक्त किया गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, सुनीता 2013 बैच की IPS अधिकारी हैं. वह चंडीगढ़ की रहने वाली हैं. उनकी जन्मतिथि 18 नवंबर 1986 बताई गई है. वेबसाइट पर यह भी बताया गया है कि उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. वर्तमान में उनकी रैंक एसपी यानी पुलिस अधीक्षक है और उनकी तैनाती गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरेट में की गई है.
कैब बुक करने वाली महिला को कहा कॉलगर्लघटना 2 अगस्त की है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौड़ सिटी की एक सोसाइटी के पास एक कैब में लूटपाट की गई. बताया जा रहा है कि सोसाइटी के पास जैसे ही कैब रुकी, उसमें से एक महिला उतरने लगी. आरोप है कि तभी वहां मौजूद एक दरोगा और उसके दो साथियों ने कैब चालक से मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान उन्होंने जमकर गाली-गलौज भी की. आरोप यह भी है कि कैब ड्राइवर की जेब में रखे पैसे भी निकाल लिए गए. दरोगा और उसके साथियों ने कैब की तलाशी भी ली और इस दौरान मिले सात हजार रुपए उठा ले गए. बात यहीं नहीं रुकी, कैब में बैठी महिला को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा ले गए और उसे कॉलगर्ल कहते हुए अभद्र व्यवहार भी किया. बाद में कैब चालक के काफी रोने-गिड़गिड़ाने पर उसे छोड़ा गया.
पुलिस में शिकायत के बाद कार्रवाईबाद में कैब ड्राइवर ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस में की, लेकिन पुलिस कार्रवाई करने के बजाय उस पर समझौते का दबाव डालने लगी. आरोप है कि थाना प्रभारी बिसरख अरविंद कुमार, सब-इंस्पेक्टर मोहित, और चौकी प्रभारी गौड़ सिटी-1 रमेश चंद्र इस पूरी घटना को दबाने में जुट गए. जिसके बाद कैब चालक ने इसकी शिकायत 5 अगस्त को पुलिस आयुक्त कार्यालय में की. पुलिस आयुक्त की ओर से इस मामले की जांच एसीपी 2 बिसरख को सौंपी गई, जिसके बाद उन्होंने घटना में सच्चाई पाई. अब इस मामले में कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है. डीसीपी सुनिति को हटा दिया गया है. इसके अलावा, आरोपी ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अमित मिश्रा और उनके दो सहयोगियों, अभिनव और आशीष के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 309 और 352 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Tags: IPS Officer, IPS officers, IPS Transfer, UPSC, UPSC ExamsFIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 15:28 IST