Science behind ergonomic chairs and their positive impact on overall health Back Pain Right Posture | एर्गोनॉमिक चेयर सही सिटिंग पोश्चर से साथ पीठ दर्द से कैसे बचाता है? जानिए इसके पीछे का साइंस

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Science behind ergonomic chairs and their positive impact on overall health Back Pain Right Posture | एर्गोनॉमिक चेयर सही सिटिंग पोश्चर से साथ पीठ दर्द से कैसे बचाता है? जानिए इसके पीछे का साइंस



Science Behind Ergonomic Chairs And Their Benefits: क्या आप पीठ और गर्दन के दर्द से परेशान हैं? ये आम समस्या अक्सर खराब पोश्चर से जुड़ी हो सकती है, खासकर जब लंबे समय तक बैठे रहते हैं. मौजूदा दौर में, जहां हममें से कई लोग डेस्क पर घंटों बिताते हैं, ऐसे में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी परेशानियों को रोकने और कम करने के लिए सही पोश्चर बनाए रखना जरूरी है. तभी आप बैक बोन से जुड़ी परेशानियों से खुद का बचाव कर सकते हैं.
खराब सिटिंग पोश्चर बढ़ाता है दर्द
पीठ और गर्दन के दर्द में इजाफा करने वाले प्राइमरी फैक्टर्स में से एक रीढ़ की हड्डी का खराब एलाइनमेंट है. जब आप सही सहारे के बिना लंबे समय तक बैठते हैं, तो ये आपकी पीठ और गर्दन की मांसपेशियों और लिगामेंट पर बेवजह दवाब डाल सकता है. ये तनाव समय के साथ दर्द, जकड़न और यहां तक कि पुरानी समस्याओं को भी जन्म दे सकता है.
एर्गोनॉमिक चेयर से मिल सकती है मदद
सही पोश्चर बनाए रखने में आपकी कुर्सी के रोल को कम करके आंका नहीं जा सकता. ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विजय रंजन ने कहा, “एक अच्छी तरह से डिजाइन की गई कुर्सी आपकी पीठ को सहारा देती है और स्ट्रेन को रोकने में मदद करते हुए एक एर्गोनोमिक कंडीशन को बढ़ावा देती है. ऐसी कुर्सी की तलाश करें जो सीट की ऊंचाई, बैकरेस्ट एंगल और लंबर सपोर्ट जैसी एडजस्टेबल फीचर देती हों. ये एडजस्टमेंट आपको नेचुरल स्पाइन एलाइनमेंट को प्रोत्साहित करते हुए, आपके शरीर की खास जरूरतों के मुताबिक कुर्सी को तैयार करने की इजाजत देते हैं.”

बैठते समय, सुनिश्चित करें कि आपके पैर फर्श पर सपाट हों और आपके घुटने 90 डिग्री के एंगल पर हों. आपकी पीठ को कुर्सी के पिछले हिस्से से अच्छा सहारा मिलना चाहिए और आपके कंधे ढीले होने चाहिए. झुकने या आगे की ओर बेंड होने से बचें, क्योंकि ये स्थिति पीठ और गर्दन के दर्द को बढ़ा सकती है.
इन बातों का रखें ख्याल
इसके अलावा, खड़े होने, खिंचाव करने और घूमने के लिए रेगुल ब्रेक लें. ये प्रैक्टिस मांसपेशियों के तनाव को दूर करने में मदद करता है और बेहतर सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, जिससे दर्द और असहजता का खतरा कम हो जाता है. अपनी डेली लाइफ में सिंपल स्ट्रेच या एर्गोनोमिक एक्सरसाइज को शामिल करने से रीढ़ की हड्डी के सेहत और ओवरऑल वेलबीइंग में मदद मिल सकती है.

पीठ और गर्दन का दर्द एक बड़ी चिंता का विषय हो सकता है, मूल कारण को संबोधित करने में अक्सर आपकी पोश्चर और आपकी कुर्सी द्वारा प्रदान किए गए समर्थन की जांच शामिल होती है। एक एर्गोनोमिक कुर्सी चुनकर और बैठने की अच्छी आदतें बनाए रखकर, आप दर्द का अनुभव करने की संभावना को कम कर सकते हैं और अपने ओवरऑल हेल्थ और आराम में सुधार कर सकते हैं. याद रखें कुछ छोटे एडजस्टमेंट आपके डेली रेस्ट और सेहच में अहम चेंजेज ला सकते हैं.
 
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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