संगम नगरी में गंगा आरती के समय में बदलाव, बढ़ते हुए जलस्तर की वजह से बदलना पड़ा स्थान

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रजनीश यादव/ प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में बनारस की तरह पिछले 27 सालों से विशाल गंगा आरती का आयोजन हरिहर गंगा आरती समिति की ओर से किया जा रहा है, लेकिन गंगा एवं यमुना में बढ़ते जल स्तर के कारण आरती समिति की ओर से आरती के समय में परिवर्तन कर दिया गया है. यह परिवर्तन मंगलवार को किया गया. ऐसे में गंगा आरती में शामिल होने वाले भक्तों को यहां की आरती के समय और स्थान को जानना बहुत जरूरी है.

 गंगा आरती के समय में हुआ बदलावहरिहर गंगा आरती समिति के संयोजक उमेश चंद्र ने बताया कि वह पिछले 27 सालों से रामघाट पर हो रही गंगा आरती के स्थान और समय में बदलाव किया गया है. यह आरती अब रामघाट से पहले बांध के पास प्रत्येक दिन शाम को 6:30 बजे कराई जाएगी. जब तक बाढ़ से यह क्षेत्र प्रभावित रहेगा. तब तक आरती के समय और स्थान दोनों यहीं रहेगा.

उन्होंने कहा कि भक्तों के लिए होने वाली यह गंगा आरती में कभी ब्रेक नहीं लगता. प्रत्येक दिन आरती अपने निर्धारित समय वह स्थान पर आयोजित कराई जाती है. इस आरती में बड़ी संख्या में देशभर के लोग शामिल होते हैं. संगम पर स्नान करने आने वाले भक्त स्नान करने के बाद शाम तक का गंगा आरती का इंतजार करते हैं.

जानें आरती करने का उद्देश्यलोकल 18 से बात करते हुए उमेश चंद्र ने बताया कि जब वह सरकारी सेवा में कार्यरत थे, तभी से ही गंगा की साफ सफाई को लेकर लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिए थे. प्रयागराज में रामघाट पर होने वाली गंगा आरती करने का उद्देश्य यहां आने वाले भक्तों को गंगा की साफ सफाई को लेकर जागरूक करना होता है.

जैसे कि यहां आने वाले श्रद्धालु कम से कम पॉलिथीन का प्रयोग करें . यहां अपने कपड़े को साथ ले जाएं और गंगा के तट पर गंदगी ना फैलाएं. इस तरह गंगा के स्वच्छ जल में स्नान कर खुद को पवित्र करने वाले भक्तों की मनोकामना भी पूरी होती हैं और पवित्र संगम स्थल का स्वच्छ संदेश भी लोगों तक जाता है.
Tags: Allahabad news, Local18, Prayagraj News, Prayagraj SangamFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 10:34 IST

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