पुरुषों से कम नहीं हैं संगम नगरी की महिलाएं, 120 किलोमीटर दूर बाबा विश्वनाथ चढ़ाने निकली जल

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रजनीश यादव/प्रयागराज: सावन माह हिंदुओं का पवित्र महीना माना जाता है. इस माह में रिमझिम-रिमझिम बारिश के साथ ठंडे और मौसम में बड़ी संख्या में शिव भक्त शिव की उपासना करते हुए देखे जा सकते हैं. इस माह में भगवान शिव से संबंधित हिंदुओं के कई त्यौहार आते हैं, जिसको शिव भक्त बड़े हर्ष उल्लास के साथ मानते हैं, लेकिन इनमें सबसे ज्यादा भक्ति भगवा रंग भी लगे हुए भगवान शिव का वस्त्र धारण कर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए गंगाजल लेकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने निकल पड़ते हैं, जिन्हें कांवड़िया कहा जाता है.

इस साल महिलाओं ने भी लिया हिस्सासावन माह में जहां महिलाएं घरेलू त्योहार में हिस्सा लेती थी. अब वही वह भी पुरुषों के साथ भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जलाभिषेक करने सैकड़ों किलोमीटर पैदल दूरी तय करने में लगी हैं. ऐसा प्रयागराज में देखने को मिल रहा है. सावन माह में प्रयागराज के दश्वमेघ घाट पर गंगा जल उठाने के लिए पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं को भी देखा जा सकता है. महिलाएं भी 120 किलोमीटर की दूरी को तय करते हुए काशी विश्वनाथ तक गंगाजल को लेकर पैदल ही जलाभिषेक करने जा रही हैं.

गंगाजल उठाने वाली महिलाओं ने बतायासंगम नगरी में गंगा घाट पर जल उठाने आई महिलाओं ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि हम अपनी सुरक्षा से भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं. इसके अलावा कुछ महिलाएं अपनी मन्नत के कारण जल उठाने आई हुईं थी. महिलाओं ने बताया कि शादी के बाद उन्हें संतान की प्राप्ति ना होने पर भगवान शिव के सामने मन्नत मांगी थी.

जहां पुत्र प्राप्ति के बाद वह प्रयागराज से बनारस तक पैदल ही चलकर भगवान शिव को जलाभिषेक करेंगे. संध्या बताती हैं कि उनकी मां के बीमार होने पर पास में स्थित भगवान शिव को अपनी मां को ठीक करने के लिए मन्नत मांगी थी. वह ठीक हो गई और अब हम अपने बच्चों के साथ 120 किलोमीटर दूर बनारस काशी विश्वनाथ धाम में जल चढ़ाएंगे.
Tags: Allahabad news, Local18, Prayagraj News, Sawan Month, Sawan somvarFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 09:31 IST

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