Prithvi Shaw Triple Century : 24 साल के स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ भले ही टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, लेकिन टैलेंट के मामले में इस बल्लेबाज को किसी से कम नहीं आंका जा सकता है. इसका सबूत है उनकी एक पारी, जिसमें पृथ्वी शॉ ने गेंदबाजों कि इस कदर धुनाई की कि नजारा देखने लायक था. हालांकि, यह पारी उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर नहीं, बल्कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेली थी और उनकी क्रिकेट के मैदान पर सबसे धांसू पारी रही. शॉ ने बल्ले से आगे उगलते हुए रणजी ट्रॉफी के एक मैच में 379 रन ठोके थे. चौके इतने शामिल थे कि कई बल्लेबाज तो उस मैच में इतने रन भी नहीं बना पाए थे.
2021 से बाहर चल रहे शॉ
पृथ्वी शॉ भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके हैं. उन्होंने 2018 में टेस्ट, 2020 में वनडे और 2021 में टी20 इंटरनेशनल में भारत के लिए डेब्यू किया. हालांकि, फॉर्म से जूझने के चलते उन्हें 2021 के बाद से किसी भी फॉर्मेट में मौका नहीं मिला है. आखिरी बार वह नीली जर्सी में श्रीलंका के खिलाफ जुलाई 2021 में हुए टी20 इंटरनेशनल मैच में खेलते नजर आए थे. शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 339 रन उनके नाम हैं. 1 शतक और 2 अर्धशतक भी बनाए. वनडे में खेले 6 मैचों में शॉ ने 189 रन बनाए. वहीं, टी20 में एक मैच खेला है, जिसमें खाता नहीं खुला.
खेली थी करियर की सबसे यादगार पारी
फर्स्ट क्लास करियर में खेले 52 मैचों में 4000 रन से ऊपर रन बना चुके पृथ्वी शॉ के बल्ले से रणजी ट्रॉफी 2023 के एक मैच में बल्ले से धुआंधार रन निकले थे. मुंबई के इस युवा बल्लेबाज ने असम के खिलाफ खेलते हुए एक मुकाबले में सिर्फ 383 गेंदों में 379 रन ठोक दिए थे. गेंदबाजों को एक समय समझ ही नहीं आ रहा था कि वह करें तो करें क्या. शॉ ने ऐसा विस्फोटक रूप अपनाया हुआ था कि 49 चौके और 4 छक्के जड़े थे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट करीब-करीब 100 का रहा था. उनके फर्स्ट क्लास करियर की यह बेस्ट पारी भी रही. शॉ की इस दिलेर बल्लेबाज से ही मुंबई ने मुकाबला पारी और 128 रन से जीता था. शॉ ने इस पारी से दुनिया को दिखा दिया कि उनके टैलेंट की कमी नहीं है.
इंग्लैंड में बोल रहा बल्ला
टीम इंडिया में वापसी की राह तक रहे पृथ्वी शॉ इन दिनों इंग्लैंड में बल्ले से धमाल मचा रहे हैं. शॉ इंग्लैंड में जारी वनडे कप में Northants के लिए खेल रहे हैं और उनका बल्ला जमकर बोल रहा है. इस टूर्नामेंट में खेले अपने पिछले दो मुकाबलों में शॉ ने गेंदबाजों को खूब धोया. मिडलसेक्स के खिलाफ उन्होंने 58 गेंदों में 76 रन की तूफानी पारी खेली, जिसमें 12 चौके और 1 छक्का शामिल रहा. वहीं, डरहम के खिलाफ मैच में वह शतक से तीन रन से चूक गए. इस मैच में शॉ ने 97 रन की पारी 16 चौके और 1 छक्के की मदद से बनाए.
वापसी की तलाश में पृथ्वी शॉ
जाहिर है पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया में वापसी की तलाश तो है. ऐसे में लगातर बेहतरीन प्रदर्शन ही उसे भारत के लिए दोबारा खेलने का मौका दे सकता है. शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं. पृथ्वी शॉ भी टॉप ऑर्डर के ही बल्लेबाज हैं. ऐसे में शॉ की नजरें आगामी डोमेस्टिक सीजन और आईपीएल में अपना बेस्ट देने पर होंगी तभी वह भारतीय टीम में वापसी का मौका बना सकते हैं.