आमतौर पर दिल के दौरे और स्ट्रोक को LDL कोलेस्ट्रॉल से जोड़ा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्राइग्लिसराइड्स नामक एक और प्रकार का फैट भी दिल की सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है.
ट्राइग्लिसराइड्स आपके खून में पाए जाने वाले एक तरह का फैट है जो शरीर में अतिरिक्त कैलोरी को स्टोर करता है. मायो क्लिनिक के अनुसार, यदि खून में ट्राइग्लिसराइड का लेवल 200 से 499 mg/dL तक पहुंच जाए तो दिल बीमारी की चपेट में आ सकता है. ऐसा क्यों होता है, इससे बचने के उपाय क्या हैं? इसके बारे में
ट्राइग्लिसराइड्स क्यों होते हैं खतरनाक?
हाई ट्राइग्लिसराइड्स धमनियों को सख्त और संकरा बनाते हैं, जिससे रक्त का प्रवाह कम हो जाता है. ये खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ाते हैं, जो दिल के दौरे और स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं. ये दिल की मांसपेशियों को कमजोर बनाते हैं, जिससे दिल की कार्यक्षमता प्रभावित होती है.
ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने के कारण
अधिक कैलोरी वाला भोजन करना, खासकर शक्कर और संतृप्त वसा से भरपूर भोजन, ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ा सकता है. अधिक मात्रा में शराब पीना भी ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को बढ़ा सकता है. मोटापा ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को बढ़ाने का एक प्रमुख कारण है. इसके साथ मधुमेह भी ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को बढ़ा सकता है.
ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के उपाय हेल्दी फूड्स- संतृप्त वसा और शक्कर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें. अधिक से अधिक फल, सब्जियां, साबुत अनाज और पतले प्रोटीन का सेवन करें.
वजन कम करें- अगर आप मोटापे से पीड़ित हैं तो वजन कम करने की कोशिश करें. नियमित रूप से व्यायाम करने से ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है.
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शराब का सेवन कम करें- शराब का सेवन कम करें या इसे पूरी तरह से छोड़ दें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.