हाइलाइट्समहाकुम्भ में रोहिंग्या मुसलमान का प्रवेश बैन किए जाने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही हैसाधु-संतों ने भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की इस मांग का समर्थन किया हैप्रयागराज. यूपी में कांवड़ यात्रा रूटों पर नेम प्लेट विवाद को लेकर मचे घमासान के बीच संगम की धरती पर जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ मेले में पहचान पत्र अनिवार्य किए जाने और रोहिंग्या मुसलमान का प्रवेश बैन किए जाने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है. साधु-संतों ने भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की इस मांग का समर्थन किया है. दंडी संन्यासियों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद ने भी मांग की है कि महाकुंभ मेले में आने वाले हर व्यक्ति के लिए पहचान पत्र अनिवार्य किया जाना चाहिए। इसके अलावा महाकुंभ जैसे विश्व के सबसे बड़े आयोजन में सुरक्षा को लेकर कोई चूक ना हो इसके लिए रोहिंग्या मुसलमानों को प्रतिबंधित करने की मांग का भी समर्थन किया है.
वहीं श्रृंगवेरपुर पीठाधीश्वर स्वामी श्री नारायण आचार्य शांडिल्य जी महाराज ने भी अखाड़ा परिषद की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने भी महाकुंभ के आयोजन में पहचान पत्र अनिवार्य किए जाने और रोहिंग्या मुसलमान का प्रवेश बैन किए जाने की मांग की है. इसके साथ ही साथ उन्होंने महाकुंभ के आयोजन में आने वाले हर व्यक्ति का इंश्योरेंस कराए जाने की भी केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है. उन्होंने बताया है कि वर्ष 2013 तक आयोजित हुए कुंभ मेले में श्रद्धालुओं और साधु संतों का इंश्योरेंस कराया जाता था. उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सकुशल और निर्विघ्न रूप से संपन्न हो इसके लिए साधु संत मां गंगा और यमुना के ही ईश्वर से प्रार्थना करेंगे. लेकिन अगर कोई घटना घट जाती है तो कुंभ मेले में आए श्रद्धालुओं के परिजनों को उचित मुआवजा मिल सके इसके लिए इंश्योरेंस किया जाना जरूरी है. आचार्य शांडिल्य जी महाराज ने इंश्योरेंस की मांग को लेकर जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार से भी बातचीत करने की बात कही है.
पहचान पत्र हो अनिवार्यगौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों ने जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले की सुरक्षा के मद्देनजर में हर व्यक्ति के लिए पहचान पत्र अनिवार्य किए जाने की मांग उठाई है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरी महाराज ने जहां पहचान पत्र अनिवार्य किए जाने की मांग की है और साधु संत के भेष में आने वाले फर्जी, ढोंगी और पाखंडी बाबाओं का प्रवेश प्रतिबंधित किए जाने की मांग की है. तो वहीं अखाड़ा परिषद के दूसरे गुट के महामंत्री निर्मोही अनी अखाड़े के श्री महंत राजेंद्र दास ने भी महाकुंभ के आयोजन को देशभर में फैले रोहिंग्या मुसलमानों से बड़ा खतरा बताया है. उन्होंने महाकुंभ मेले में रोहिंग्या मुसलमानों का प्रवेश प्रतिबंधित किए जाने की मांग की है. इसके साथ ही साथ उन्होंने भी महाकुंभ मेले में आने वाले हर एक साधु संत और श्रद्धालुओं के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या फिर किसी दूसरे तरह के पहचान पत्र को अनिवार्य किए जाने की मांग उठाई है.
कमिश्नर ने प्लान बनाने की कही बातवहीं प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने इस मामले में साधु संतों के साथ बैठकर रणनीति तय करने की बात कही है. तो प्रयागराज जोन के एडीजी भानु भास्कर ने भी कहा है कि साधु संतों से बातचीत कर प्लान तैयार किया जाएगा और महाकुंभ मेले के आयोजन की सुरक्षा में किसी तरह की सेंध ना लगे इसके लिए जरूरी कदम भी उठाए जाएंगे.
Tags: Allahabad news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 09:34 IST