हाथरसः उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 100 से अधिक लोगों की मौत की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. घटनास्थल पर बस चारों तरफ लाशें ही नजर आ रही थीं तो वहीं कुछ लोग बस अचेत पड़े हुए थे. मासूम बच्चों की नजर अपनों की तलाश रही थी. हर किसी के चेहरे पर अपनों को खोने का दुख नजर आ रहा था. अस्पताल में जब लोगों को पहुंचाया गया तो वहां का सिस्टम फेल हो चुका था. शायद अस्पताल के कर्मचारियों ने भी ये नहीं सोचा होगा कि उनके पास इस तरह के मामले सामने आएंगे. न्यूज 18 के संवाददाता ने हादसा के पीड़ितों से बात की.बेटे की लाश को लेकर ढूंढ रहा था शख्स पत्नी कोएक पिता अपने ढाई से 3 साल के मृत बच्चे को गोद में लेकर खड़ा था. यह मासूम बच्चा अपनी मां के साथ सत्संग में आया था. जब पिता को भगदड़ की जानकारी मिली तब वह भागता हुआ सत्संग पहुंचा. मृत बेटा तो मिल गया. लेकिन मां अभी भी लापता है. पिता के आंखों में आंसू थे. पिता ने कभी सोचा भी नहीं था कि जिस बेटे को उसकी मां के साथ सत्संग में भेज रहे हैं उसके शव को रात के अंधेरे में गोद में लेकर मोर्चरी जाना पड़ेगा.वायरल वीडियो में मां की लाश देखी तो भागे-भागे पहुंचेवहीं मथुरा के सोहनलाल भी हाथरस के अस्पताल पर पहुंचे हुए थे. सोहनलाल की भाभी इस सत्संग में आई थीं, जिनकी इस भगदड़ में मौत हो गई. भाभी के बच्चे भी साथ है जिनके आंखों में आंसू है. भाभी अकेले ही सत्संग में आई थी. दो लड़कों से हमारे संवाददाता ने बातचीत की है, जिन्होंने अपनी मां को सत्संग में खो दिया है. जब व्हाट्सएप पर सत्संग का वायरल वीडियो हो रहा था.
ननद को खो दियाइस दौरान एक वीडियो उनके सामने आया, जिसमें उन्होंने अपनी मां को जमीन पर पड़ा हुआ देखा उसके बाद यह भागते हुए सत्संग पहुंचे. कई घंटे की तलाश के बाद आखिरकार उनकी मां की लाश हाथरस के मोर्चरी हाउस में मिली. एक महिला ने बताया कि उसने इस हादसे में अपनी ननद को खो दिया है. भगदड़ में इसकी ननंद की मौत हो गई है. कई घंटे की तलाश के बाद ननद की बॉडी मिली है. एक और परिवार मोर्चरी हाउस के पास मौजूद था, जिन्होंने अपनी मां को इस भगदड़ में खो दिया है. कई घंटे की तलाश के बाद इन्हें उनकी मां मिली है इसे भी बातचीत की है.FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 07:13 IST