What Are The Side Effects of Eating Fine Flour Biscuit With Tea Chai | चाय के साथ मैदे की बिस्किट खाते हैं आप? तो 5 नुकसान का बढ़ता है रिस्क

admin

What Are The Side Effects of Eating Fine Flour Biscuit With Tea Chai | चाय के साथ मैदे की बिस्किट खाते हैं आप? तो 5 नुकसान का बढ़ता है रिस्क



Tea With Fine Flour Biscuit: चाय के साथ बिस्किट खाना एक कॉमन प्रैक्टिस है, खासकर भारत में ये चलन काफी ज्यादा देखने को मिलता है. लोग चाय के साथ अलग-अलग तरह के स्नैक्स का आनंद लेते हैं, जिसमें मैदे की बिस्किट प्रमुख रूप से शामिल होती हैं. भले ही मैदे की बिस्किट स्वाद में अच्छी हो सकती है, लेकिन सेहत के नजरिए से इनके कई नुकसान हैं. मशहूर डाइटीशियन आयुषी यादव (Ayushi Yadav) बताया कि चाय के साथ मैदे की बिस्किट खाना क्यों नुकसानदेह है?
चाय के साथ मैदे की बिस्किट खाने के नुकसान
1. हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स
मैदा हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फूड होता है, जिसका मतलब है कि इसे खाने से ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है. ये डायबिटीज के मरीजों के लिए खास तौर से नुकसानदेह साबित हो सकता है. बार-बार ग्लूकोज के लेवल में तेजी से इजाफा और गिरावट से इंसुलिन रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ जाता है.

2. वजन बढ़ाना
मैदे की बिस्किट में आमतौर पर हाई अमाउंट में कैलोरी होती है, और इनका नियमित सेवन वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है. इसमें पाए जाने वाले प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट्स जल्दी पचते हैं और फिर से भूख बढ़ाते हैं, जिससे इंसान ज्यादा खा सकता है. ये वेट गेन का बड़ा कारण होता है.

3. पोषक तत्वों की कमी
मैदा का न्यूट्रिएंट वैल्यू बहुत कम होता है. इसमें जरूरी विटामिंस, मिनरल्स और फाइबर की कमी होती है। इस कारण से, मैदे की बिस्किट पोषण के नजरिए से अधूरी होती है और इसे खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते, जिससे भूख तो मिट जाती है लेकिन सेहत को नुकसान हो सकता है.
 
4. दिल की बीमारी का खतरा
मैदे की बिस्किट में ट्रांस फैट्स और सेचुरेटेड फैट हो सकते हैं, जो दिल की सेहत के लिए हानिकारक होते हैं. ये वसा खून में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं, जिससे हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ता है.

5. डाइजेशन की दिक्कत
मैदा पाचन तंत्र के लिए बुरा होता है और इसके सेवन से कब्ज, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसमें फाइबर की कमी होने के कारण पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे पेट में भारीपन और असहजता महसूस हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



Source link