हाल ही में डिजीज एक्स को लेकर काफी चर्चा बढ़ गई है. इस शब्द को लेकर लोगों के मन में कई धारणाएं हैं, जैसे कि डिजीज एक्स से मानव जाति का अंत हो सकता है. गूगल पर डिजीज एक्स के लक्षण, मामले, वैक्सीन, किस देश में पाया गया जैसे किवर्ड के बारे में खूब सर्च किया गया है. ऐसे में आइए इस लेख में जानते हैं कि डिजीज एक्स क्या है? और इससे कितना सतर्क रहना जरूरी है.
डिजीज एक्स क्या है?
डिजीज एक्स एक काल्पनिक शब्द है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दिया है. यह एक भविष्य की महामारी का कारण बन सकता है जिसका वैश्विक स्तर पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा. यह एक अज्ञात बीमारी की अवधारणा को दर्शाता है जिसमे महामारी फैलने की क्षमता होती है, संभवत जेनेटिक संचरण से उत्पन्न होती है, जहां पैथोजन जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं. “X” शब्द इस तरह के खतरे के आसपास की अनप्रिडिक्टबिलिटी और अर्जेंसी को दर्शाता है. डिजीज एक्स नई संक्रामक बीमारियों के जोखिमों को कम करने और उभरती हुई महामारियों के खिलाफ वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाने के लिए तैयार, निगरानी और शोध के महत्व को अंडरलाइन करता है.
डिजीज एक्स कितना शक्तिशाली होगा?
डिजीज एक्स की शक्ति का अनुमान लगाना मुश्किल है क्योंकि यह एक अज्ञात पैथोजन है. यह संभावित रूप से बहुत शक्तिशाली हो सकता है, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों, अर्थव्यवस्थाओं और सामाजिक संरचनाओं में व्यवधान पैदा हो सकता है. इसकी गंभीरता इसके फैलने और उपलब्ध उपचारों सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रियाओं की प्रभावशीलता पर निर्भर करेगी. इसके लिए तैयार रहना और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करना महत्वपूर्ण है.
डिजीज एक्स कब पीक पर पहुंचेगा?
विशेषज्ञों के अनुसार, डिजीज एक्स कभी भी और कहीं भी उभर सकता है. इसके पीक पर पहुंचने की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है. यह इस चीज पर निर्भर कर सकता है कि मानव और पशु के बीच का संपर्क कैसा है.
क्या आप जानते हैं कि इस डिजीज के कॉसेप्ट की चर्चा 2018 से ही चल रही है?
डिजीज एक्स कोई नई चीज नहीं है. 2018 से ही इस पर विचार किया जा रहा है. MERS महामारी के अनुभव से मिले ज्ञान की बदौलत वैज्ञानिक कोरोना वायरस परिवार पर शोध कर रहे थे. यही वजह है कि SARS-CoV-2 वैक्सीन जल्दी विकसित हो सका. डिजीज एक्स की तैयारी भविष्य की महामारियों से लड़ने की क्षमता को मजबूत बनाती है.