Stop Clock Rule in Cricket: ICC ने बड़ा ऐलान करते हुए इसी साल जून में होने वाले T20 वर्ल्ड कप से ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम को इंटरनेशनल क्रिकेट के व्हाइट बॉल फॉर्मेट में लागू करना का फैसला किया है. बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 1 जून से होनी है. इसका फाइनल मैच 29 जून को खेला जाएगा. व्हाइट बॉल क्रिकेट में समय बर्बाद करने की चाल पर लगाम कसते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने शुक्रवार को घोषणा की कि इस साल टी20 वर्ल्ड कप से ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम परमानेंट हो जायेगा. इस नियम के अंतर्गत टीम को पेनल्टी रन से बचने के लिए पिछले ओवर के 60 सेकेंड के अंदर नया ओवर शुरू करना होगा.
ऐसा करेगा कामयह नियम अभी ट्रायल बेसिस पर चल रहा है. आईसीसी ने ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम दिसंबर 2023 में शुरू किया था और अभी इसे इस्तेमाल किया जा रहा है जिसे एक जून 2024 से अमेरिका और वेस्टइंडीज में शुरू होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से स्थायी कर दिया जायेगा. इसके लिए मैदान पर लगी एक ‘इलेक्ट्रोनिक’ घड़ी 60 से लेकर शून्य तक उलटी गिनती करेगी और थर्ड अंपायर घड़ी शुरू करने का समय तय कर सकता है. इस 60 सेकंड्स के समय के बीच अगला ओवर शुरू करना होगा. फील्डिंग करने वाली टीम के ऐसा नहीं करने पर उसे दो चेतावनी दी जायेंगी और इसके बाद के उल्लघंन के लिए प्रत्येक घटना के लिए पांच रन का जुर्माना लगाया जायेगा.
ICC ने दिया बयान
आईसीसी ने अपनी सालाना बोर्ड बैठक के बाद एक बयान में कहा, ‘ ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम जून 2024 से वेस्टइंडीज और अमेरिका में आईसीसी पुरुष टी20 वर्ल्ड कप 2024 के साथ सभी वनडे और टी20 इंटरनेशनल में स्थायी हो जायेगा.’ बयान के अनुसार, ‘ट्रायल अप्रैल 2024 तक किया जाना था, लेकिन इस ट्रायल के नतीजे साफ दिखायी दे रहे हैं, जैसे मैच समय पर खत्म हो रहे हैं, जिससे प्रत्येक वनडे मैच में करीबन 20 मिनट बच रहे हैं.’ हालांकि, आईसीसी ने नियम में कुछ एक्सेप्शन भी शामिल किये और ऐसी स्थितियों में शुरू हुई घड़ी को रद्द कर दिया जायेगा.
समय बचाने के लिए अच्छा है नियम
आईसीसी ने कहा, ‘अगर नया बल्लेबाज ओवरों के बीच में क्रीज पर आता है, आधिकारिक ‘ड्रिंक्स ब्रेक’ तथा किसी बल्लेबाज या फील्डर के चोटिल होने की स्थिति में मैदान पर ट्रीटमेंट किया जाना शामिल है. अगर फील्डिंग करने वाली टीम के कंट्रोल से बाहर की परिस्थितियों के कारण समय खराब हुआ हो. इस नियम को तब भी लागू नहीं किया जायेगा.’ फील्डिंग करने वाली टीम अकसर मैच की गति को धीमा करने की कोशिश करती हैं, ताकि उन्हें रणनीति बनाने के लिए और अधिक समय मिल सके तथा टीम हर गेंद के बाद फील्डिंग में भी बदलाव करती हैं. अभी तक टीम और कप्तान पर ही फाइन लगाया जा सकता था, लेकिन यह इसे रोकने में कारगर साबित नहीं हुआ.
रिजर्व डे को भी मंजूरी
आईसीसी की बैठक में टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल (27 जून) और फाइनल (29 जून) के लिए ‘रिजर्व’ (सुरक्षित) दिन को भी मंजूरी दी गयी. लीग या सुपर आठ चरण के दौरान पूर्ण मैच के लिए दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही टीम को कम से कम पांच ओवर डालने जरूरी होंगे. लेकिन ‘नॉकआउट’ मैच में पूर्ण मैच के लिए दूसरी पारी में 10 ओवर डालने की जरूरत होगी. ICC ने भारत और श्रीलंका की सह मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वालीफिकेशन प्रक्रिया को भी मंजूरी दी. टूर्नामेंट में 20 टीम हिस्सा लेंगी, जिसमें से 12 ऑटोमेटिक क्वालीफाई करेंगी. 2024 वर्ल्ड कप में टॉप आठ टीम भारत और श्रीलंका के साथ ऑटोमेटिक क्वालीफाई करेंगी, जबकि बचे हुए दो स्थान 30 जून 2024 तक आईसीसी टी20 इंटरनेशनल रैंकिंग में अगली सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग टीम को मिलेंगे. इसके बाद बचे आठ स्थान आईसीसी क्वालीफायर के जरिये तय होंगे.