सृजित अवस्थी/ पीलीभीत : उत्तरप्रदेश का पीलीभीत इको टूरिज्म हब के रूप में उभरा है. 2014 में टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद से ही यहां जंगली जानवरों के संरक्षण पर ध्यान दिया गया. नतीजतन यहां बाघों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ. ऐसे में पीलीभीत टाइगर रिजर्व बाघों के दीदार के लिए मुफीद माना जाने लगा. अगर वर्तमान पर्यटन सत्र की बात करें तो मात्र 3 माह में ही बीते सालों के कई रिकॉर्ड टूट गए हैं.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हुई है. 2006 में 4 बाघों से शुरू हुआ आंकड़ा आज 70 के भी पार पहुंच गया है. ऐसे में अन्य अभ्यारणों की अपेक्षा पीलीभीत टाइगर रिजर्व में टाइगर के दीदार होने की संभावनाएं बहुत अधिक रहती हैं. आए दिन इससे जुड़े तमाम वीडियो भी सामने आते रहते हैं. यही कारण है बीते कुछ सालों में पीलीभीत टाइगर रिजर्व को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मान्यता मिली है.
विदेशी पर्यटकों की संख्या में हुआ इजाफाएक तरफ जहां स्थानीय पर्यटक बड़ी संख्या में यहां की सैर कर रहे हैं तो वहीं विदेशी पर्यटकों के आंकड़ों ने भी पिछले सभी पर्यटन सत्रों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. अगर आंकड़ों को देखा जाए तो 3 माह के भीतर ही तकरीबन 16,000 सैलानी पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में जंगल सफारी का आनंद ले चुके हैं. वहीं इस आंकड़े में बड़ी संख्या में विदेशी मेहमानों की आमद भी दर्ज की गई है.
ऐसे कर सकते हैं सैरपीलीभीत टाइगर रिज़र्व का पर्यटन सत्र 15 जून तक चलने वाला है. अगर आप भी यहां की सैर का प्लान बना रहे हैं तो आपको फटाफट अपनी बुकिंग पूरी कर लेनी चाहिए. आप बुकिंग के लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ऑफिशल वेबसाइट http://pilibhittigerreserve.in/ पर लॉग इन कर सकते हैं.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : March 12, 2024, 20:39 IST
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