Ajinkya Rahane: अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. रणजी ट्रॉफी का 2023-24 सीजन भी उनके लिए अच्छा नहीं गुजरा है. कुछ पारियों को छोड़ दें तो रहाणे लगातार संघर्ष करते नजर आए हैं. वह सीजन में 11 पारियों में 2 बार ही 50 रन के पार जा सके हैं. ऐसे में उनकी बैटिंग टेक्निक को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है. इसे देखकर खुद रहाणे भी हैरान होंगे और अगर जल्द सुधार कर लेते हैं तो बड़े-बड़े स्कोर बना पाएंगे.
वायरल हुई रहाणे की तस्वीररणजी ट्रॉफी के फाइनल में विदर्भ के खिलाफ दूसरी पारी में उन्होंने 50 रन का स्कोर पार कर लिया है. वह मैच के तीसरे दिन स्टंप के समय 109 गेंद पर 58 रन बनाकर नॉटआउट थे. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो गई है. उनकी बैटिंग टेक्निक में प्रॉब्लम नजर आ रही है. इस बारे में लोग काफी चर्चा करने लगे हैं.
अश्विन ने किया उजागर
अश्विन ने 11 मार्च को इंस्टाग्राम स्टोरी में रहाणे की एक तस्वीर लगाई है. इसमें मुंबई के कप्तान की बैटिंग टेक्निक में प्रॉब्लम नजर आ रही है. आउट ऑफ फॉर्म चल रहे रहाणे एक एलबीडब्ल्यू की अपील पर बाल-बाल बच गए. ऑन फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया था. इसके बाद रहाणे ने रिव्यू ले लिया. रीप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद पैड से टकराने से पहले बल्ले के किनारे से लगी थी, जिससे रहाणे बच गए.
रहाणे की टेक्निक में क्या गलती?
रणजी सीजन पर करीब से नजर रखने वाले अश्विन ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की जिसमें गेंद को सीधे ड्राइव करने की कोशिश करते हुए रहाणे की टेक्निक में गलती बताई गई है. रहाणे का बल्ला सामने की ओर है, लेकिन बाएं पैर का अगला हिस्सा ऑफ साइड की तरफ है. आमतौर पर क्रिकेट में कहा जाता है कि जब सामने की ओर शॉट लगाते हैं तो पैर का अगला हिस्सा भी सामने की ओर होना चाहिए. यहां पर रहाणे से गलती हो गई. इसे लेकर ब्रॉडकास्टर के कमेंट्री बॉक्स में बैठे कमेंटेटर्स ने चर्चा भी की. अश्विन ने उसी तस्वीर को पोस्ट कर दिया.
अश्विन की थी रहाणे की तारीफ
इस दिग्गज स्पिनर ने हाल ही में धर्मशाला में अपना 100वां टेस्ट पूरा किया और इस ऐतिहासिक टेस्ट से पहले उन्होंने रेड-बॉल क्रिकेट में अपनी सफलता के लिए विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के साथ-साथ रहाणे को भी श्रेय दिया था. उन्होंने कहा था, “मेरे पास शॉर्ट मिडविकेट पर कोहली, लेग स्लिप पर पुजारा, स्लिप पर हमेशा के लिए रहाणे थे। अगर मुझे अपने परिवार के अलावा किसी को धन्यवाद देना है, तो वे तीन हैं.’