अनमोल कुमार/मुज़फ्फरनगर: एक तरफ जहां युवा टेक्नोलॉजी के जमाने में रोजगार के तमाम विकल्प तलाश रहे हैं. तो वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं, जो समाज में बदलाव लाने की भावना रखते हैं. आज हम आपको एक ऐसी लड़की से रूबरू कराएंगे जिस लड़की को अपने आप से ज्यादा बेसहारा पशुओं से प्यार है. यह लड़की हर समय पशुओं की सेवा में लगी रहती है. इस लड़की का नाम जैस्मिन मालिक है, जो कि जनपद मुजफ्फरनगर के प्रेमपुरी की रहने वाली है. इन्होंने अपनी जिंदगी गोवंश की सेवा करने में समर्पित कर दी है.
जैस्मिन मलिक ने एमकॉम की पढ़ाई की है. इसके बाद वह एक प्राइवेट जॉब कर रही है. जैस्मिन की जो भी सैलरी आती है वह आवारा पशुओं की सेवा में लगा देती है. जैस्मिन मलिक ने बताया कि करीब साढ़े तीन साल वर्ष पहले एक नन्हा सा बछड़ा हमारी नाली में पड़ा हुआ था. जिसके ऊपर कुत्तों ने हमला किया हुआ था. उस बछड़े की मदद करने के लिए कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आ रहा था. तभी मेरे मन में भाव उत्पन्न हुआ कि इस बछड़े की मदद की जाए और मैंने उस बछड़े को नाली में से निकाल कर उसकी मरहम पट्टी कर उसकी सेवा करनी शुरू कर दी. तभी से जो भी बेसहारा गोवंश मुझे मिलता है, मैं उसे अपने घर ले आती हूं और उनकी सेवा करती हूं.
बेसहारा गोवंशों की करती है सेवा
जैस्मिन मलिक ने बताया कि मेरे द्वारा किराए के मकान में ही एक गौशाला बेसहारा पशुओं के लिए खोली गई है. जिसमें मैं बेसहारा पशुओं की सेवा करती हूं. मेरे द्वारा इस गौशाला का नाम शिवजी की नदी का घर रखा गया है. जिसमें मेरे पास 60 गोवंश हैं, जिनकी मैं देखरेख करती हूं और उनके खाने-पीने नहाने धोने की व्यवस्था स्वयं ही करती हूं. उन्होंने बताया कि आवारा गाय-बछड़ों की हालत पर उन्हें काफी तरस आता था, इसलिए उन्होंने गौसेवा का रास्ता चुना.
बेसरा पशुओं के लिए बना दी गौशाला
जैस्मिन मलिक ने बताया कि जहां पर उन्होंने किराए पर मकान लेकर गौशाला बनाई हुई है, वहां पर मुझे लोग काफी परेशान करते हैं, जिससे तंग आकर मैं इन पशुओं के लिए अपने निजी पैसों से ही एक 200 गज का प्लॉट खरीद कर उसमें उनकी गौशाला बना दी है. गौशाला बनाने में लाखों रुपए खर्च हो गए हैं. जल्द ही मैं इन बेसहारा पशुओं को अपनी बनाई हुई गौशाला में ले जाऊंगी और उनकी तन मन धन से सेवा करूंगी. उन्होंने सभी से इस कार्य को आगे और बेहतर तरीके से करने के लिए सहयोग की अपील भी की है.
.Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : March 10, 2024, 14:50 IST
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