हाइलाइट्ससपा गठबंधन के जरिये मजबूती का दावा कर रही हैवहीं पार्टी के अंदर बगावत के सुर तेज हो गए हैंदिल्ली/लखनऊ. लोकसभा चुनाव नजदीक आ गया है. सपा गठबंधन के जरिये मजबूती का दावा कर रही है. वहीं पार्टी के अंदर बगावत के सुर तेज हो गए हैं. आलम यह है कि लखनऊ से लेकर दिल्ली तक इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है. इसी महीने पार्टी के अब तीसरे राष्ट्रीय पदधिकारी इस्तीफा देने जा रहे हैं. ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में सपा की चुनौतियां और बढ़नी तय हैं.
समाजवादी पार्टी के लिए मंगलवार का दिन चुनौती भरा है. एक तरफ़ जहां राज्यसभा चुनाव का मतदान लखनऊ में हो रहा है. इसमें उसे क्रॉस वोटिंग की अंदरूनी चिंता सता रही है. कारण, उसके कई विधायक बैठक में सोमवार को नहीं पहुंचे. बावजूद, वह सबके एकजुट होने के दावे कर रही है. उधर, दिल्ली में आज दो बजे के करीब पूर्व मंत्री आबिद रजा पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पद से इस्तीफा देने का एलान करने वाले हैं.
पीडीए नीति पर ही उठ रहे सवालदरअसल, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी प्राथमिकता में पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) बताया. हर सभा में इस वर्ग की नीतियों और उपेक्षा का वह सवाल भी उठाते हैं. उधर, पार्टी के ही नेता सपा में ही पीडीए को नजरंदाज करने का आरोप लगाकर पार्टी छोड़ रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने पीडीए नीति पर अमल न करने पर लखनऊ में पद से इस्तीफा दिया। वहीं दिल्ली में सलीम इकबाल शेरवानी ने भी राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देकर पीडीए पर अमल न करने पर आक्रोश जताया.
.Tags: Loksabha Election 2024, Samajwadi partyFIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 09:33 IST
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