शाश्वत सिंह/झांसी : अयोध्या में रामलला के विराजमान होने की खुशी “राम राजा की नगरी” में भी मनाई गई. बुंदेलखंड को “राजा राम की नगरी” कहा जाता है. यहां भगवान राम राजा के रूप में पूजे जाते हैं. झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में सवा लाख दीप जलाए गए. विश्वविद्यालय में माहौल दिवाली की तरह था. पूरा परिसर दीपों की रोशनी से जगमग हो उठा. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे के नेतृत्व में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने यह दीपक जलाए.
बुंदेलखंड में भगवान राम की पूजा राजा के रूप में होती है. झांसी के समीप स्थित ओरछा में राम राजा का मंदिर भी है. आज जब भगवान राम के बालस्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा की गई तो बुंदेलखंड में भी भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया. दिनभर सुंदरकांड का पाठ चलता रहा. विश्वविद्यालय परिसर में राम वाटिका का लोकार्पण भी किया गया. पूरा माहौल राममय था. हर कोई भगवान राम की भक्ति में सराबोर था.
छात्रों को किया जाएगा इस बात के लिए प्रेरितबुंदेलखंड विश्वविद्यालय के सभी विभागों के सामने अलग-अलग डिजाइन बनाकर दीप जलाए गए. भगवान राम के आकार से लेकर धनुष बाण और स्वास्तिक के आकार में दीप जलाए गए. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे ने कहा कि रामलला के आगमन का इंतजार हर भारतवासी को था. आज 500 वर्षों का इंतजार खत्म हुआ है. हम राम राजा की नगरी में भी रामलला के आगमन की खुशी मना रहे हैं. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में छात्रों और रिसर्च स्कॉलर को भगवान राम और उनके चरित्र पर अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
.Tags: Ayodhya ram mandir, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 22:18 IST
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